Navratra 2021: इस बार 8 दिन के होंगे नवरात्र, एक साथ होगी मां चंद्रघंटा और मां कुष्मांडा की उपासना, जानें मुहूर्त
अश्विन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा यानि सात अक्टूबर से शारदीय नवरात्र आरंभ होने जा रही है। पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाएगी। इस बार नवरात्र आठ दिन के होंगे। कारण नौ अक्टूबर को तृतीया सुबह 7.48 मिनट तक रहेगी।

किस दिन मां दुर्गा के किस स्वरूप की होगी पूजा
7 अक्टूबर : मां शैलपुत्री
8 अक्टूबर : मां ब्रह्मचारिणी
9 अक्टूबर : मां चंद्रघंटा व मां कुष्मांडा
10 अक्टूबर :मां स्कंदमाता की पूजा
11 अक्टूबर : मां कात्यायनी
12 अक्टूबर : मां कालरात्रि
13 अक्टूबर : मां महागौरी
14 अक्टूबर : मां सिद्धिदात्री की पूजा
आठ दिन के होंगे नवरात्र
इस बार नवरात्र आठ दिन के होंगे। कारण, नौ अक्टूबर को तृतीया सुबह 7.48 मिनट तक रहेगी। इसके बाद चतुर्थी शुरू हो जाएगी, जो अगले दिन 10 अक्टूबर दिन रविवार को तड़के पांच बजे तक रहेगी। ऐसे में मां भक्तों को एक दिन ही होगी मां चंद्रघंटा व मां कुष्मांडा की उपासना करनी होगी।
घटस्थापना का शुभ मुहूर्त
नवरात्र में घट स्थापना या कलश स्थापना को शुभ मुहुर्त में ही करना चाहिए। ऐसा मानना है ज्योतिषाचार्य नरेश नाथ का। वह बताते है कि शुभ मुहुर्त में कार्य करने फल भी शुभ प्राप्त होता है। इस बार शारदीय नवरात्र पर 6.17 बजे से लेकर 7.07 बजे तक शुभ मुहुर्त है।
इस बार शारदीय नवरात्र खास होंगे। एक तो इस बार नौ की बजाए आठ दिन नवरात्र मनाए जाएंगे, दूसरा एक साथ दोदो अद्भुत संयोग भी बनने जा रही है। जिसमें मां दुर्गा के स्वरूपों की उपासना की जाएगी। जिसे लेकर शहर के मंदिरों से लेकर बाजारों पूरी तरह से सज चुके है। नवरात्र शुरू होने से एक दिन पहले शहर के बाजारों में देर रात तक लोगों ने पूजा व खेत्री की बिजाई की खरीददारी की। वहीं, मंदिर प्रबंधकों ने भी कोरोना महामारी के बाद लगभग डेढ़ साल के बाद मां भक्तों की भारी आमद की संभावना को देखते हुए तैयारियां की है।
दरअसल, अश्विन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा यानि सात अक्टूबर से शारदीय नवरात्र आरंभ होने जा रही है। पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाएगी। श्री हरि दर्शन मंदिर अशोक नगर के प्रमुख पुजारी पंडित प्रमोद शास्त्री बताते हैं कि इस बार नवरात्र के दौरान सौभाग्य योग व वैधृति योग बन रहा है, जिसमें कोई धार्मिक अनुष्ठान या फिर शुभ कार्य का दोहरा फल प्राप्त होता है। खरीददारी के लिए भी यह संयोग शुभ माना गया है।



