जालंधर कैंट में तिरंगे के तीन रंगों से रोशन हुआ गेट
जालंधर कैट में इंडिया गेट की प्रतिकृति लोगों को आकर्षित कर रही है। रात को तिरंगे के रंग में यह रोशन होती है।

जालंधर कैंट : शहीदों को समर्पित इंडिया गेट हमेशा से ही हमारे लिए प्रेरणा का स्त्रोत रहा है और अपने शहर में इस स्मारक की प्रतिकृति की एक झलक देखना अद्भुत अनुभव है। माल रोड पर सेंट मैरी कैथेड्रल चर्च के नजदीक चौक पर बनी गेट की आकृति हमें नई दिल्ली के इंडिया गेट की याद दिलाती है और इसके साथ-साथ उन शहीदों की भी जिन्होंने विभिन्न युद्धों में अपने प्राणों की आहुति दी थी।
वज्र कार्प्स की ओर से बनाई गई इंडिया गेट की प्रतिकृति छावनी क्षेत्र में पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। इंडिया गेट की तुलना में आकार में बहुत छोटा होने के बावजूद यह प्रतिकृति माल रोड की सुंदरता को बढ़ाने में कामयाब रही है।
डिफेंडर्स आफ पंजाब’ को समर्पित इस प्रतिकृति पर रात को जब तिरंगे के तीन रंगों जैसी रोशनी पड़ती है तो इसकी सुंदरता देखते ही बनती है। शाम के समय माल रोड की भव्यता, मनमोहक पेड़-पौधे व लोगों की चहल-पहल वास्तव में दिल्ली में स्थित असली इंडिया गेट पर जाने का वास्तविक एहसास करवाते हैं।
बता दें नई दिल्ली में इंडिया गेट 80,000 से अधिक भारतीय सैनिकों की याद में निíमत किया गया था। इन सैनिकों ने प्रथम विश्व युद्ध में वीरगति पाई थी। यह स्मारक 42 मीटर ऊंची आर्च से सज्जित है और इसे प्रसिद्ध वास्तुकार एडविन लुटियंस ने डिजाइन किया था। इंडिया गेट को पहले अखिल भारतीय युद्ध स्मृति के नाम से जाना जाता था। इंडिया गेट की डिजाइन इसके फ्रासीसी प्रतिरूप स्मारक आर्क-डी -ट्रायोम्फ के समान है। यह इमारत लाल पत्थर से बनी हैं जो एक विशाल ढाचे के मंच पर खड़ी है।



