Himachal Pardeshअमृतसरकपूरथलाचंडीगढ़चिंतपूर्णीजम्मूजालंधरनई दिल्लीपंजाबफिरोजपुरराष्ट्रीयलुधियानाहरियाणाहिमाचलहोशियारपुर

U.P:हाथरस भगदड़ में 122 मौतें:FIR में बाबा का नाम नहीं, सरकारी रिपोर्ट में दावा- सेवादारों की धक्का-मुक्की से भीड़ बेकाबू हुई; घायलों से मिले योगी

यूपी के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के बाद हुई भगदड़ में अब तक 122 लोगों की मौत हुई है।

4 जिलों अलीगढ़, हाथरस, एटा और आगरा में रातभर शवों का पोस्टमॉर्टम हुआ। परिजन अपनों की लाश को लेकर इधर-उधर भटकते रहे। प्रशासन ने अब तक 121 मौत की पुष्टि की है।

बुधवार सुबह साढ़े 11 बजे सीएम योगी भी हाथरस पहुंच गए हैं। जिला अस्पताल में घायलों से मुलाकात की। घटनास्थल गए। अफसरों से पूरे हादसे की जानकारी ली।

हाथरस हादसे में प्रशासन की पहली रिपोर्ट सामने आई। इसमें कहा गया है कि हादसा भोले बाबा के चरणों की धूल लेने की वजह से हुआ। बाबा के सेवादारों ने लोगों से धक्का-मुक्की की। इससे भगदड़ मच गई।हादसा मंगलवार दोपहर 1 बजे फुलरई गांव में हुआ। मंगलवार देर रात हादसे में 22 लोगों के खिलाफ सिकंदराराऊ थाने के दरोगा ने FIR दर्ज कराई। इसमें मुख्य आयोजक देव प्रकाश मधुकर का नाम है। बाकी सब अज्ञात हैं। चौंकाने वाली बात है कि इसमें मुख्य आरोपी भोले बाबा उर्फ हरि नारायण साकार का नाम ही नहीं है।

हादसे के बाद से बाबा अंडरग्राउंड हो गया। पुलिस रातभर उसकी तलाश में छापेमारी करती रही। पुलिस मैनपुरी में बाबा के आश्रम में पहुंची, लेकिन वहां भी बाबा नहीं मिला। मैनपुरी में आश्रम के बाहर पुलिस तैनात है।इधर, वकील गौरव द्विवेदी ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में ‌PIL दायर करके हादसे की CBI जांच की मांग की है। सीएम योगी अधिकारियों से देर रात तक हादसे की रिपोर्ट लेते रहे। आज सुबह 11 बजे हाथरस के जिला अस्पताल पहुंचेंगे।

ऐसे हुआ हादसा- सत्संग खत्म होने के बाद भोले बाबा निकले, तो चरण रज लेने के लिए महिलाएं टूट पड़ीं। भीड़ हटाने के लिए वॉलंटियर्स ने वाटर कैनन का उपयोग किया। बचने के लिए भीड़ इधर-उधर भागने लगी और भगदड़ मच गई। लोग एक-दूसरे को रौंदते हुए आगे बढ़ने लगे।

80 हजार की परमिशन, पहुंचे गए ढाई लाख

FIR के मुताबिक, प्रशासन ने सत्संग के लिए 80 हजार लोगों की अनुमति दी थी, लेकिन ढाई लाख लोग पहुंच गए थे। भगदड़ हुई तो सेवादार गेट पर खड़े हो गए। उन्होंने लोगों को रोक दिया। इसके बाद भीड़ खेतों में तरफ भीड़ मुड़ गई और नीचे बैठे और झुके श्रद्धालुओं को कुचलती हुई निकल गई। प्रशासन और सेवादार खड़े हुए देखते रहे।

कौन है भोले बाबा- भोले बाबा का असली नाम सूरज पाल है। वह एटा का रहने वाला है। करीब 25 साल से सत्संग कर रहा है। पश्चिमी UP के अलावा राजस्थान, हरियाणा में भी अनुयायी हैं।

यूपी के हाथरस में गत दिवस भोले बाबा के सत्संग के बाद भगदड़ मच गई। इसमें 122 लोगों की मौत हो गई। 150 से अधिक घायल हैं। कई लोगों की हालत गंभीर है। ऐसे में मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। हादसा हाथरस जिले से 47 किमी दूर फुलरई गांव में मंगलवार दोपहर करीब 1 बजे हुआ।हादसे के बाद हालात भयावह हैं। लाशों और घायलों को बस और टैंपो में सिकंदराऊ CHC और एटा जिला अस्पताल भेजा गया। CHC के बाहर शव जमीन पर इधर-उधर बिएटा के CMO उमेश त्रिपाठी ने बताया- हाथरस से अब तक 27 शव लाए गए। यानी, कुल 122 लोगों की मौत अब तक हो चुकी है। लाशों के बीच लोग अपनों की तलाश कर रहे हैं। बदइंतजामी इस कदर है कि लाशों को ओढ़ाने के लिए चादर तक नहीं मिल रही है। जमीन पर लेटे घायल तड़प रहे हैं, लेकिन उनका इलाज करने वाला कोई नहीं था।

एटा में जब एक के बाद एक लाश पहुंची तो वहां मेडिकल कॉलेज में लाशों का ढेर देखकर ड्यूटी पर तैनात सिपाही रजनेश (30) को हार्ट अटैक आ गया। साथी उसे डॉक्टर के पास ले गए। वहां उसे मृत घोषित कर दिया। मृतकों में ज्यादातर हाथरस, बदायूं और पश्चिम यूपी के जिलों के हैं।खरे पड़े थे।

प्रशासन ने दी थी कार्यक्रम की अनुमति

CM योगी ने मुख्य सचिव मनोज सिंह और DGP प्रशांत कुमार को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया। 2 मंत्रियों को भी मौके पर भेजा गया है। घटना की जांच के लिए ADG आगरा और अलीगढ़ कमिश्नर की टीम बनाई है। डीएम ने बताया कि एसडीएम ने कार्यक्रम की अनुमति दी थी। सीएम योगी कल हाथरस जाएंगे।

हजारों की भीड़…लेकिन व्यवस्था नहीं

भोले बाबा का असली नाम नारायण हरि है। वह एटा के रहने वाले हैं। करीब 25 साल से नारायण हरि सत्संग कर रहे हैं। पश्चिमी यूपी के अलावा राजस्थान, हरियाणा में भी इनके अनुयायी हैं। मंगलवार को करीब 50 हजार लोग पहुंचे थे। व्यवस्था बिल्कुल नहीं थी, इस वजह से यह हादसा हुआ।

भगदड़ कैसे मची: हादसे की 3 वजह सामने आ रही है। पहली- सत्संग खत्म होने के बाद अचानक से भीड़ बाहर निकलने लगी। भीड़ ज्यादा थी ऐसे में धक्का-मुक्की हुई। इससे भगदड़ मच गई। ज्यादातर मौत दम घुटने की वजह से हुई।

दूसरा- सत्संग खत्म होने के बाद भोले बाबा का काफिला निकला। सुरक्षा गार्डों ने भीड़ को रोक दिया। काफिला निकलने के बाद भीड़ को अचानक से छोड़ दिया। इससे भगदड़ मच गई। तीसरा- बाबा के निकलने के बाद उनके चरणों की धूल लेने के लिए भगदड़ मची।

हाथरस प्रशासन ने जारी की हेल्पलाइन

हाथरस जिला प्रशासन ने हेल्पलाइन जारी की है। अपनों की जानकारी ली जा सकती है।

05722227041

05722227042

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

You cannot copy content of this page