Diwali 2021: दीपावली पर बनेगा दुर्लभ संयोग, पढ़ें शुभ मुहूर्त और उपाय


Diwali Puja Shubh Muhurat: धर्म का सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार दीपावली हर वर्ष कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनायी जाती है और इस वर्ष यह त्यौहार 4 नवंबर 2021, दिन गुरुवार के दिन मनाया जायेगा। अमावस्या तिथि प्रातः 06:06 से आरम्भ होकर अगले दिन 02:47 तक रहेगी। दीपावली के दिन बही खाता यानी कि नई अकाउंट बुक लगाने का मुहूर्त: प्रातः 11:59 से 1:42 तक है। घरों में लक्ष्मी पूजन का समय सायंकाल 6:10 से रात्रि 08:06 बजे तक है। इस समय में अगर घर पर लक्ष्मी पूजन विधि-विधान से किया जाए तो माता लक्ष्मी का आगमन व स्थायित्व दोनों ही प्राप्त होता है। ऑफिस या कारखानों इत्यादि में लक्ष्मी पूजन का समय 03:09 बजे दोपहर से 04:35 तक रहेगा। इस समय पर पूजन करने से उस स्थान पर लक्ष्मी का आवागमन लगा रहेगा अर्थात रोजगार चलता रहेगा।

Diwali 2021: इस समय पर उपयुक्त स्थानों पर लक्ष्मी माता की पूजा अर्चना व नई प्रतिमा या तस्वीर की स्थापना करनी चाहिए व ऐसा चित्र या प्रतिमा स्थापित करनी चाहिए जिससे कि माता लक्ष्मी विराजमान अवस्था में हो एवं साथ में श्री गणेश जी व माता सरस्वती जी भी विराजमान अवस्था में ही होने चाहिए ताकि धन, ज्ञान व शुभता की प्राप्ति व स्थायित्व यह तीनों दिव्य गुण प्राप्त हों व इनका सुख भी प्राप्त हो।
इस दिन माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिये कई प्रकार के पदार्थों का भोग लगाया जाता है। माता को भोग में गुड़, चना, गन्ना, केला, श्रीफल अर्थात पेठा, अनार, सिंघाड़ा, हलवा, खीर, चावल, दूध, जलेबी इत्यादि विभिन्न प्रकार की मिठाई व मेवे इत्यादि माता लक्ष्मी को प्रसाद स्वरूप अर्पण किये जाते हैं।

Diwali 20201 Totke: दीपावली पर जिस समय दीपावली पूजन का मुहूर्त है, ठीक उसी ही समय बन रहा है एक ऐसा योग। जिसमें होगी मकर, कुंभ, धनु, मीन, सिंह, वृष व तुला राशियां मालामाल। लक्ष्मी पूजन के मुहूर्त के समय कारोबार व लाभ स्थान को शनि, गुरू व सूर्य ग्रह प्रभावित कर रहे हैं। अन्य राशियों के जातक भी कर सकते हैं धन प्राप्ति के लिए यह उपाय। यह उपाय कोई भी लक्ष्मी की प्राप्ति की इच्छा रखने वाला हर इंसान कर सकता है। यह उपाय ज्योतिष विज्ञान के एकमात्र ताम्रपत्रों पर लिखित ग्रंथ श्री भृगु संहिता में वर्णित हैं जो कि पंजाब राज्य के कपूरथला जिले के सुल्तानपुर लोधी नामक टाउन में स्थित हैं।

Diwali ke achuk upay इस प्रकार से है –
निर्धारित मुर्हूत में विराजमान माता लक्ष्मी के सम्मुख प्रार्थना करें कि हे माता! लक्ष्मी धन, धान्य, ऐश्वर्य, आनंद, वैभव, यश, मान, कीर्ति प्रदान करो, कारोबार प्रदान करो, कारोबार में तरक्की प्रदान करो व आपका स्थिर स्थायित्व प्रदान करो एवं जो भी प्रदान करो उसका पूर्ण सुख भी प्रदान करो माता। इस प्रकार की प्रार्थना करने के पश्चात निम्नलिखित मंत्र का जाप कमलगट्टे की असली व शुद्ध माला से 108 बार मंत्र का जाप करें। मंत्र इस प्रकार से है –
ॐ श्री शुक्ले महाशुक्ले कमलदल निवासे, श्री महालक्ष्मै नमो नमः, लक्ष्मी माई सत्य की सवाई आवो माई करो भलाई ना करो तो सात समुद्रों की दुहाई, ऋद्धि सिद्धि खावोगी तो नौ नाथ चौरासी की दुहाई।
उपरोक्त मंत्र के जाप के पश्चात माता लक्ष्मी को प्रसाद का भोग लगाएं व इस मंत्र को प्रतिदिन जाप करते रहें। इसके प्रभाव से हर प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती रहती है।



