जालंधर पुलिस की जांच में देरी से छिपे रहे मंसूबे:डिप्टी के बाद अर्मीनिया जेल में बंद गैंगस्टर लक्की ने कराई मिड्डूखेड़ा की हत्या, कातिलों व उनके इरादों को नहीं जान सकी पुलिस

जालंधर के बहुचर्चित पूर्व पार्षद सुखमीत डिप्टी मर्डर केस की जांच में पुलिस ने देरी कर दी। समय रहते पुलिस हत्यारों का पता न लगा सकी और उन्हीं बदमाशों ने मोहाली में अकाली नेता विक्की मिड्डूखेड़ा का कत्ल कर दिया। गुरुवार को मोहाली पुलिस ने खुलासा किया कि अर्मीनिया की जेल में बैठे कुख्यात गैंगस्टर गौरव उर्फ लक्की पडियाल ने ही मिड्डूखेड़ा की हत्या करवाई थी। इससे पहले जालंधर में बहुचर्चित सुखमीत डिप्टी का मर्डर हुआ था। जालंधर पुलिस को यहा खुलासा करने में करीब 2 महीने का वक्त लग गया कि डिप्टी की हत्या अर्मीनिया की जेल में बैठे कुख्यात गैंगस्टर गौरव उर्फ लक्की पडियाल ने कराई थी।
अब मोहाली में अकाली नेता विक्की मिड्डूखेड़ा के कत्ल में भी उसी की साजिश सामने आई है। साफ है कि जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने वक्त रहते मामले को सुलझाने या फिर उसे सार्वजनिक करने में देरी की। जिससे लक्की के खतरनाक मंसूबों और हत्या कराने के तौर-तरीकों के बारे में पता नहीं चल सका। वक्त रहते पुलिस पूरे हत्याकांड को सुलझाकर साथियों को पकड़ लेती ताे उनकी आगे की साजिश बेनकाब हो सकती थी और विक्की मिड्डूखेड़ा के मर्डर की साजिश का भंडाफोड़ हो जाता।

सुलझाने की जगह मामले को दबाती रही जालंधर पुलिस
जालंधर में पूर्व पार्षद सुखमीत डिप्टी एक करोड़ की फिरौती केस में सजा काटकर बाहर आया था। 20 जून शाम को डिप्टी की हत्या कर दी गई। कार सवार हत्यारों ने वारदात को अंजाम दिया। इस मामले में पुलिस पहले अंधेरे में तीर मारती रही। बंबीहा ग्रुप ने इसकी जिम्मेदारी ले ली थी लेकिन पुलिस उसे नकारती रही। यहां तक कि कई गैंगस्टरों को लाकर पुलिस ने पूछताछ की। हालांकि जांच के नाम पर पूरे मामले को छिपाती रही। जितना छनकर बाहर आता रहा, पुलिस उसे भी नकारती रही।

ट्रांसफर हुआ तो भुल्लर ने जाते वक्त खोला राज
अगस्त में जब जालंधर के पुलिस कमिश्नर से गुरप्रीत भुल्लर का तबादला हुआ तो इसका राज खुला। उन्होंने बताया कि डिप्टी की हत्या की पूरी साजिश अर्मीनिया जेल में बंद गौरव पडियाल उर्फ लक्की ने रची थी। उसने डिप्टी का मर्डर गुड़गांव के गैंगस्टर विकास माहले, जालंधर के पुनीत शर्मा व एक अन्य पंजाबी गैंगस्टर से करवाया। खास बात यह है कि बंबीहा ग्रुप ने जब सोशल मीडिया पर इसकी जिम्मेदारी ली तो पुनीत का नाम भी लिखा था। इसके बावजूद पुलिस उसे नकारती चली गई।

डेढ़ महीने बाद हुआ विक्की का कत्ल
डिप्टी की हत्या के डेढ़ महीने बाद अकाली नेता विक्की मिड्डूखेड़ा का कत्ल कर दिया गया। बदमाशों ने उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर गोलियां मारी। इस मामले में अब मोहाली के SSP सतिंदर सिंह ने कहा कि विक्की की हत्या भी गौरव पडियाल उर्फ लक्की ने ही कराई है। उसने गैंगस्टर कौशल चौधरी व अमित डागर के गुर्गे हायर किए। गोली मारने वालों में हरियाणा के सज्जन उर्फ भोला और दिल्ली के अनिल लठ का नाम सामने आया है। कौशल चौधरी से अब पूछताछ की जा रही है।
बंबीहा गैंग ने ली थी दोनों की हत्या की जिम्मेदारी
सुखमीत डिप्टी और विक्की मिड्डूखेड़ा के कत्ल की जिम्मेदारी बंबीहा गैंग ने ली थी। डिप्टी पर आरोप था कि उसने बंबीहा ग्रुप के विरोधियों के लिए मुखबिरी की। हालांकि डिप्टी ने क्या मुखबिरी की और उससे बंबीहा ग्रुप का क्या नुकसान हुआ? इसके बारे में पुलिस आज तक कुछ नहीं बता सकी। इसी तरह विक्की पर भी कुख्यात गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई को उनकी खबर देने का आरोप लगाया था।