
जालंधर। 20 अगस्त को एसजीएल अस्पताल के पास इंटेलिजेंस और पंजाब पुलिस की रेड के दौरान गिरफ्तार किए गए अकाल तख्त के पूर्व जत्थेदार जसवीर सिंह रोडे के बेटे गुरमुख को कपूरथला पुलिस ने कोर्ट में पेश कर एक सितंबर तक का रिमांड हासिल किया है। पुलिस की पूछताछ में आइएसआइ की बड़ी साजिश की बात सामने आई है। गुरमुख ने पूछताछ में बताया है कि विस्फोटक सामग्री उसके ताया और पाकिस्तान में बैठे आतंकी लखबीर सिंह रोडे ने भेजी थी। इन्हें उसने पंजाब के अलग-अलग लोकेशन पर डिलीवर किया था। इसके बाद अब पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के हाथ-पांव फूल चुके हैं।
पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां अब उन लोगों की जानकारी जुटा रही है, जिन्होंने इन बमों की डिलीवरी ली थी। गुरमुख ने पुलिस की पूछताछ में यह कबूला है कि जुलाई से लेकर अगस्त के दूसरे हफ्ते तक उसने हंबोवाल और मोगा में तीन टिफिन बम की डिलीवरी दी थी। वहीं, कपूरथला के हमीरा गांव की विरासत हवेली ढाबे के पास पिस्टल और कारतूसों की डिलीवरी दी थी। इन विस्फोटकों की डिलीवरी उसको फिरोजपुर-फजिल्का हाइवे के पास गोलूका मोड़ के पास से मिली थी।
बढ़ी चेकिंग देखकर डर गया था गुरमुख
गुरमुख ने बताया कि पंजाब में हाई अलर्ट हो जाने के बाद बढ़ी चेकिंग को देखकर वह डर गया था। साथ ही फटने के डर से उसने सभी बमों को अपने घर की जगह अपने दफ्तर में रखा था। इनमें से तीन टिफिन बम को गुरमुख ने अलग-अलग जगहों पर डिलीवर कर दिया था, लेकिन एक टिफिन बम, पांच ग्रेनेड, आरडीएक्स की ट्यूब की डिलीवरी की लोकेशन उसे नहीं मिली थी। गुरमुख इन विस्फोटकों को डिलीवर कर पाता, इससे पहले ही वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
गगनदीप की गिरफ्तारी के बाद जुड़े तार
विगत नौ अगस्त को अमृतसर की पुलिस ने सीमा पार से ड्रोन के जरिये आए टिफिन बम के मामले में गगनदीप को गिरफ्तार किया था। गगनदीप से पूछताछ के बाद मिले सुराग के आधार पर पुलिस ने जालंधर के गढ़ा इलाके में छापामारी करते हुए गुरमुख को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से एक टिफिन बम, आरडीएक्स की ट्यूब, पांच हैंड ग्रेनेड, एक डेटोनेटर, पीले तार, 3.75 लाख की नकदी, .30 बोर का एक पिस्टल, चार मैगजीन और 14 पासपोर्ट बरामद किए थे।
एसएसपी कपूरथला हरकमलप्रीत सिंह खख का कहना है कि गिरफ्तार किए गए गुरमुख से पुलिस की पूछताछ जारी है। इस मामले में किसी और की भी संलिप्तता सामने आती है तो कार्रवाई की जाएगी।
पंजाब के कई जिलों बढ़ी पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की निगरानी
गुरमुख से मिली जानकारी के बाद बाद अब पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने कई जिलों में निगरानी तेज कर दी है। हालांकि, मामले को लेकर मोगा के एसपी (डिटेक्टिव) जगतप्रीत सिंह के का कहना है कि टिफिन बम मोगा में डिलीवर नहीं हुआ था। अगर ऐसा होता तो सतर्कता की दृष्टि से मोगा पुलिस को जरूर सूचित किया जाता।
फोन पर मिलती थी डिलीवरी की लोकेशन
सुरक्षा एजेंसियों की पूछताछ में यह भी सामने आया है कि इन विस्फोटकों और हथियारों की डिलीवरी की लोकेशन की जानकारी पाकिस्तान में बैठे आतंकी लखबीर सिंह रोडे से फोन पर मिलती थी। इस पूरे घटनाक्रम में गुरमुख सिर्फ विस्फोटकों को डिलीवर करने का काम करता था। इसके बाद कब्जे में लिए गए गुरमुख के दोनों मोबाइल को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है ताकि इस बात का पता लगाया जा सके कि जुलाई से लेकर छापामारी तक गुरमुख किन-किन लोगों के संपर्क में रहा और वह किन-किन जगहों पर गया। गुरमुख को इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि जो टिफिन बम उसने बताए गए लोकेशन पर रखे थे, उन्हें कौन लेकर गया।



