परेशान:आटा दाल स्कीम में अनाज बांटने का फार्मूला बदला, डिपो होल्डरों ने असमंजस में डाला, लोग समझे हो रही 30 किलो अनाज की चोरी
हर तीन महीने बाद 15 किलो प्रति मेंबर के हिसाब से मिलेगी गेहूं, ई-पाज मशीनें कम होने से डिपो होल्डर भी परेशान

आटा दाल स्कीम के तहत जालंधर जिले के 2.60 लाख स्मार्ट कार्ड होल्डरों को साल में अब चार बार गेहूं मिलेगी। दो महीने पहले स्टेट गर्वमेंट ने नोटिफिकेशन जारी किया था, जिसके बारे में स्मार्ट कार्ड होल्डरों को जानकारी नहीं है और वे डिपो होल्डरों से बहस कर रहे हैं कि उन्हें पूरी गेहूं दी जाए। डिपो होल्डर इस बारे में उपभोक्ताओं को समझा रहे हैं कि सरकार की पाॅलिसी के अनुसार ही उन्हें गेहूं दी जाएगी।
लोग समझ रहे हैं कि डिपो होल्डर 30 से 60 किलो अनाज की चोरी कर रहे हैं। नए नोटिफिकेशन में गेहूं वितरण को चार क्वार्टरों में रखा गया है, जिसमें 10 कैटेगिरी बनाई गई। उस हिसाब से हर कैटेगिरी के परिवार को गेहूं दी जाएगी। एक महीने मे 5 किलो प्रति मेंबर गेहूं मिलती है यानी तीन महीने बाद एक मेंबर को 15 किलो गेहूं मिलेगी और 15 किलो गेहूं अगले तीन महीने बाद मिलेगी। इस कंफ्यूजन ने स्मार्ट कार्ड होल्डरों को परेशानी में डाला है।



