
माता चिंतपूर्णी के 17 अगस्त से शुरू होने जा रहे मेले की तैयारियों को लेकर डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने शनिवार को जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ ऊना जिला (हिमाचल प्रदेश) के अधिकारियों के साथ बैठक की और संयुक्त रणनीति बनाई।
बैठक में एस. एस. पी. होशियारपुर सरताज सिंह चहल, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (ज) राहुल चाबा, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (विकास) बलराज सिंह और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। बैठक के बाद उपायुक्त ने हिमाचल प्रदेश सीमा के अधिकारियों के साथ माता चिंतपूर्णी चौक, बंजरबाग, आदमवाल, चौहाल, मंगुवाल का दौरा किया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उपायुक्त ने माता चिंतपूर्णी मेले के दौरान दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा कि वे भारी वाहनों (ट्रक, टेंपो, टाटा एस आदि) पर न जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि व्यावसायिक वाहनों पर फ्लैप आदि लगाकर तीर्थयात्रियों को बैठाया जाता है, जिससे कानून का उल्लंघन तो होता ही है, वहीं गंभीर दुर्घटना होने का भी खतरा रहता है।
भारी वाहनों पर प्रतिबंध के संबंध में हिमाचल प्रदेश के अधिकारियों द्वारा जिला प्रशासन होशियारपुर से अनुरोध किया गया है। कोमल मित्तल ने जानकारी देते हुए बताया कि माता चिंतपूर्णी में लंगर के दौरान डी. जे. और सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगी। लंगर लगाने के लिए पंजीकरण आवश्यक है, इसलिए लंगर कमेटियों द्वारा यह पंजीकरण एस.डी.एम. दफ्तर होशियारपुर से करवाई जा सकती है। वहीं लंगर कमेटियों से भी अपील करते हुए कहा कि वह प्रबंधों को सुचारू बनाने संबंधित जिला प्रशासन का सहयोग करे। लंगर लगाने के दौरान साफ-सफाई भी सुनिश्चित की जाए, तांकि वातावरण प्रदूषित न हो सके। उन्होंने यह भी अपील की कि सुचारू यातायात के लिए संस्थाएं सड़क पर आकर लंगर न बांटें। जिला प्रशासन द्वारा जल्द ही हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया जाएगा, इसके अलावा मेले के दौरान रूट में बदलाव के संबंध में लोगों को प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया के माध्यम से भी अग्रिम सूचना दी जाएगी।