
Jalandhar MC Election – नगर निगम चुनाव के लिए कांग्रेस नेताओं ने मंथन शुरू कर दिया है। कमेटी के अध्यक्ष पूर्व मंत्री सुखबिंदर सिंह सुख सरकारिया ने सोमवार को जालंधर में कमेटी सदस्यों विधायकों और पदाधिकारियों के साथ मीटिंग की। करीब 2 घंटे चली मीटिंग में चुनाव की तैयारियों और रणनीति को लेकर चर्चा हुई। मीटिंग में कांग्रेस के उन नेताओं पर भी चर्चा हुई है।
नगर निगम चुनाव के लिए कांग्रेस नेताओं ने मंथन शुरू कर दिया है। निगम चुनाव के लिए बनाई गई कमेटी के अध्यक्ष पूर्व मंत्री सुखबिंदर सिंह सुख सरकारिया ने सोमवार को जालंधर में कमेटी सदस्यों, विधायकों और पदाधिकारियों के साथ मीटिंग की।
करीब 2 घंटे चली मीटिंग में चुनाव की तैयारियों
करीब 2 घंटे चली मीटिंग में चुनाव की तैयारियों और रणनीति को लेकर चर्चा हुई। मीटिंग में कांग्रेस के उन नेताओं पर भी चर्चा हुई है जिन्होंने साल 2022 के विधानसभा चुनाव में पार्टी उम्मीदवारों का विरोध किया था और दूसरे राजनीतिक दलों के साथ मिले हुए थे। कमेटी के चेयरमैन सुख सरकारिया ने जिला कांग्रेस प्रधान राजिंदर बेरी से उन नेताओं पर रिपोर्ट मांगी है जिन्होंने पार्टी के खिलाफ काम किया था।
पार्टी नेता अब कांग्रेस छोड़ चुके हैं
सुख सरकारियां ने कहा कि 2022 के चुनाव में पार्टी के साथ धोखा करने वाले नेताओं की पहचान की जाए और इस पर एक रिपोर्ट तैयार हो। हालांकि पार्टी उम्मीदवारों का विरोध करने वाले कई पार्षद और पार्टी नेता अब कांग्रेस छोड़ चुके हैं लेकिन अभी भी जो लोग पार्टी से जुड़े हुए हैं उन पर रिपोर्ट मांगी गई है।
निगम चुनाव के लिए गठित कमेटी के पदाधिकारी की कांग्रेस भवन में हुई मीटिंग में पंजाब विधानसभा में विपक्ष के उप नेता डॉ राजकुमार चब्बेवाल, पूर्व विधायक गुरकीरत सिंह कोटली, विधायक परगट सिंह, विधायक बावा हैनरी, जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेंद्र बेरी भी मौजूद रहे।
हालांकि ऐसी चर्चा भी है कि जब विधानसभा चुनाव खत्म हुए थे तो उसके बाद जिला कांग्रेस प्रधानों ने अपने-अपने अधिकार क्षेत्र के तहत आते विधानसभा क्षेत्र में पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल नेताओं पर रिपोर्ट तैयार की थी।
पार्टी मीटिंग में कई मुद्दों पर हुई चर्चा
हालांकि यह रिपोर्ट कभी सार्वजनिक नहीं हो पाई लेकिन अब नगर निगम चुनाव में टिकट वितरण से पहले कई नेताओं पर गाज गिर सकती है। जिला कांग्रेस प्रधान राजेंद्र बेरी कहते हैं की पार्टी मीटिंग में कई मुद्दों पर चर्चा हुई है और कई बातें सार्वजनिक तौर पर नहीं बताई जा सकती।
हालांकि उम्मीदवारों पर चर्चा के किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि चेयरमैन सुख सरकारिया के साथ रणनीति पर चर्चा हुई लेकिन उम्मीदवारों पर चर्चा नहीं हुई है। अभी वार्ड बंदी का काम रुका हुआ है।
जब तक वार्ड तय नहीं हो जाते हैं और यह पता नहीं लगता कि कौन सा वार्ड अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित है और कौन सा महिलाओं के लिए तब तक उम्मीदवारों पर चर्चा करना संभव नहीं है।
उन्होंने कहा कि निगम चुनावों को लेकर जल्द ही दोबारा मीटिंग होगी। उन्होंने कहा कि वार्डबंदी के खिलाफ जो याचिका दायर की है उसकी सुनवाई 28 सितंबर को होनी है। उस दिन काफी कुछ स्पष्ट हो जाएगा।