Jalandhar – नई दाना मंडी के मोड़ पर लूट में पेट्रोल पंप कर्मी ही निकला साजिशकर्ता शिमला से नाबालिग समेत 3 लुटेरे अरेस्ट – गांव लिद्दड़ां के रहने वाले हैं तीनों लुटेरे, उम्र 17 से 21 के बीच…
Sanjeev.Shelly

नई दाना मंडी के मोड़ पर वीरवार दोपहर करीब 2:30 बजे पेट्रोल पंप के मैनेजर सागर ओहरी उर्फ मिट्ठू को तीन गोलियां मारकर 4.50 लाख रुपए लूटने वाले 3 लुटेरे पुलिस ने शिमला के एक होटल से गिरफ्तार कर लिए हैं। इनमें एक लुटेरा 17 साल का निकला है। कोर्ट ने नाबालिग लुटेरे को बाल सुधार गृह भेज दिया है।लुटेरे मनप्रीत सिंह मनी और नीतिश दोनों निवासी लिद्दड़ां को कोर्ट में पेश करके 3 दिन के रिमांड पर लिया है। मनी व नीतिश की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि मैनेजर ओहरी को लूटने का साजिशकर्ता पेट्रोल पंप का कर्मी ही है। लूट की साजिश सैलून में बनाई गई थी। पुलिस ने उसे कस्टडी में लिया है। उसने एक और कर्मी का नाम लिया तो पुलिस उसकी तलाश में भी रेड कर रही है।
लुटेरे मानते हैं कि वे लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए पेट्रोल पंप के पास आ चुके थे। साजिशकर्ता ने सड़क पर मैनेजर ओहरी का इंतजार कर रहे लुटेरों को 10 मिनट पहले ही उनके बैंक में जाने की बात फोन के जरिये बताई थी। लुटेरे मनी ने माना कि वे मैनेजर को गोलियां नहीं मारना चाहते थे, मगर रास्ते में घेरकर बैग लूटना था तो उसने बाइक दौड़ा दी थी। इसलिए उसे गुस्सा आ गया था। इसके बाद पीछा करके मैनेजर की बाइक टक्कर मारकर गिरा दी थी।देर रात तक पुलिस लूटा गया कैश और पिस्टल बरामद करने के लिए मनी व नीतिश से पूछताछ करती रही, लेकिन बरामदगी नहीं हो सकी थी। शनिवार को भी पुलिस लूटकांड ट्रेस हो जाने को लेकर चुप्पी साधे रही।
चिंतपूर्णी रोड पर मिला सीसीटीवी फुटेज
पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा ने नई दाना मंडी में सरेआम गोलियां चलाकर लूट को अंजाम देने वाले तीन लुटेरे पकड़ने के लिए सीआईए स्टाफ, स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच को एक साथ मैदान में उतारा था। टीम ने क्राइम सीन से लेकर होशियारपुर तक करीब 500 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगालने थे।वारदात के बाद देहात पुलिस के साथ-साथ होशियारपुर पुलिस हरकत में आई थी। पुलिस को जांच के दौरान माता चिंतपूर्णी रोड पर एक ऐसा फुटेज मिला, जिसमें पता चला कि होशियारपुर में दो लुटेरे आर-15 बाइक पर बैठ गए थे तो एक उसी बाइक पर था, जिस पर वारदात को अंजाम देकर आए थे।
सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक उस समय उनके पास कैश वाला बैग नहीं था। होशियारपुर में आर-15 बाइक पर आया नाबालिग लुटेरे का मौसेरा भाई पुलिस की पकड़ में आ गया। युवक ने माना था कि उसकी मौसी का लड़का और उसके दो दोस्त बस में शिमला गए हैं। मुझे नहीं पता कि उन्होंने लूट की है। मैंने तो रिश्तेदारी के नाते बाइक दी थी। इसके बाद टीमें शिमला पहुंच गईं। वहां से एक होटल से तीनों को पकड़ लिया गया।
सोशल मीडिया से खरीदा था वेपन
किसी भी आरोपी का कोई क्रिमिनल रिकार्ड नहीं है और न ही वे नशा करते हैं। लुटेरे मानते हैं कि ईजी मनी के चक्कर में लुटेरे बन गए। मनी ने ही सोशल मीडिया के जरिये वेपन मंगवाया था। उनका एक करीबी पेट्रोल पंप में काम करता है। उसने बताया था कि उनके पंप में हर दिन मोटी सेल होती है। मैनेजर रुटीन में लंच के बाद बैंक में कैश जमा करवाने जाते है। इसके बाद वे दुर्गा कॉलोनी के मोड़ पर पल्सर बाइक आ रहे मैनेजर का इंतजार कर रहे थे। लुटेरों ने ट्रायल के तौर पर मंगलवार देर शाम पठानकोट नेशनल हाईवे पर गांव निजामुद्दीनपुर के पास स्थित लाजवंती पेट्रोल पंप पर फायरिंग कर कैश लूटा था। मनी ने ही फायरिंग की थी।लुटेरे मानते हैं कि पहली वारदात को अंजाम देने से पहले तेल डलवाने के बहाने पंप पर आए थे। 40 रुपए का तेल डलवाया था। पेट्रोल पंप के कर्मी ने कहा भी था कि टंकी तो फुल है तो हमने कहा था किसी की बाइक लौटानी है, इसलिए टंकी फुल करवा दी है। 20 मिनट बाद ही वे पंप लूटने आ गए थे। किशनगढ़ रोड से करतारपुर पहुंच कर सीधे अपने-अपने घर आ गए थे। इसके बाद उनके हौसले खुल गए थे। जिक्रयोग है कि काठपॉल पैट्रोल पंप सिटी का पुराना पंप है। करीब 25 साल पहले लूट करने आए लुटेरों ने कैशियर की हत्या कर दी थी। इसके बाद लुटेरे फरार हो गए थे।
मैनेजर ओहरी के साथ हुई वारदात के बाद 25 साल पुराने केस की फिर से चर्चा होनी शुरू हो गई। मैनेजर के साथ लूटकांड में पंप के कर्मी ही साजिशकर्ता निकला है। बता दें कि रास्ता मोहल्ला के रहने वाले जख्मी मैनेजर सागर ओहरी को तीन गोलियां लगी थी। अभी एक गोली उनके शरीर में ही है।ओहरी की स्थिति में सुधार होने के बाद डॉक्टर तीसरी गोली निकालने के लिए बड़ा ऑपरेशन करने की मेडिकल पैनल से राय ली जाएगी।