
चरणजीत सिंह चन्नी के पंजाब के नए CM बनते ही पंजाब महिला आयोग की चेयरपर्सन मनीषा गुलाटी के सुर बदल गए हैं। CM चन्नी के खिलाफ MeToo मामले पर उन्होंने कुछ भी बोलने से किनारा कर लिया। जब उनसे पूछा गया कि उस मामले के बारे में अब वो क्या कहेंगी तो वो यह कहते हुए निकल गईं कि ऐसे फालतू सवाल न पूछो। यह वही मनीषा गुलाटी हैं, जिन्होंने कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री रहते हुए तीखे तेवर दिखाए थे। गुलाटी ने कहा था कि तब तकनीकि शिक्षा मंत्री रहे चन्नी के खिलाफ कार्रवाई न हुई तो वो अनशन पर बैठ जाएंगी।
इससे पहले मनीषा गुलाटी ने CM चरणजीत सिंह चन्नी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि नए CM से पंजाब के लोगों को बहुत उम्मीदें हैं। उन्हें यकीन है कि यह उम्मीदें पूरी भी होंगी। वह जल्द ही मुख्यमंत्री से भी मिलेंगी।
पहले यह कहा था मनीषा गुलाटी ने
कैप्टन के CM रहते मनीषा गुलाटी ने तीखे तेवर दिखाए थे। गुलाटी ने कहा था कि पब्लिक करे तो चोर और वो करें तो साधु, सरकार को इसका जवाब देना पड़ेगा। चाहे उन्हें कमीशन छोड़ना पड़े या कांग्रेस हाईकमान तक जाना पड़े, वो जाएंगी। मैंने 2018 में जवाब मांगा था लेकिन जवाब नहीं दिया जाएगा। अगर पंजाब सरकार ने जवाब न दिया तो मैं चंडीगढ़ में भूख हड़ताल पर बैठ जाउंगी। मनीषा ने एक हफ्ते में इसका जवाब मांगा था। उन्होंने कहा था कि मैं किसी अफसर या सरकार को जवाबदेह नहीं हूं। सबको कमीशन की ताकत का पता होना चाहिए।
कैप्टन ने कहा था, मामला निपट गया, मई में फिर सक्रिय हुईं गुलाटी
पंजाब के नए CM चरणजीत सिंह चन्नी पर 2018 में आरोप लगे थे कि उन्होंने कथित तौर पर एक महिला IAS अफसर को आपत्तिजनक मैसेज भेजा है। इस मामले में तब कैप्टन ने कहा था कि उस वक्त तकनीकि शिक्षा मंत्री रहे चन्नी को माफी मांगने को कहा है। इसके बाद मामला खत्म हो गया। हालांकि मनीषा गुलाटी ने इसका संज्ञान लेते हुए नोटिस जारी कर दिया था। जिसके बाद मामला शांत हो गया लेकिन जब चन्नी ने कैप्टन के खिलाफ बागी सुर दिखाए तो गुलाटी मई महीने में फिर इस मामले में सक्रिय हुईं और दोबारा नोटिस जारी कर दिया था।




