
जालंधर। शिक्षा के क्षेत्र में जालंधर को बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। डीएवी इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाजी (डेविएट-DAVIET) में मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष एसोसिएट प्रोफेसर डा. गौरव कुमार धुरिया को आउटस्टैंडिंग कंट्रीब्यूशन टू इंजीनियरिंग एजुकेशन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्हें यह सम्मान इंपीरियल सोसायटी आफ इनोवेटिव इंजीनियर्स की ओर से वर्ष 2020-21 में गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा के प्रसार को बढ़ाने के लिए दिया गया है। उन्होंने अपने इनोवेटिव आइडिया से इंडस्ट्री वीक के जरिये इंडस्ट्री और विद्यार्थियों को एक-दूसरे के साथ जोड़ा और विद्यार्थियों के लिए स्किल ओरिएंटेंड एजुकेशन की योजना बनाई। इंपीरियल सोसायटी आफ इनोवेटिव इंजीनियर्स ने इसे बेहतरीन कार्य बताते हुए उनका सम्मान किया है।
यही नहीं उन्होंने डेविएट के पूर्व छात्रों को भी इंस्टीट्यूट के साथ जोड़ा और उनकी मदद से विद्यार्थियों को ट्रेंड किया। विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करवाया। एसोसिएट प्रोफेसर डा. गौरव कुमार धुरिया ने अध्यापकों के विकास के लिए भी बेहतरीन कार्य किए। इस सबका मकसद यह था कि शिक्षक बेहतर तकनीक का फायदा उठाएं और विद्यार्थियों की समझ अनुसार खुद को अपडेट रखते हुए पाठ्यक्रम के साथ-साथ स्किल्स की जानकारी दें।
डा. धुरिया ने अवार्ड मिलने पर जाहिर की खुशी
डा. धुरिया ने इस अवार्ड पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि इसमें मैनेजमेंट का बेहतरीन सहयोग रहा, जिन्होंने उन पर विश्वास दिखाया और मोटिवेट किया। इसकी बदौलत ही वे उत्साहपूर्वक कार्यों को आगे बढ़ाते रहे और अब यह उपलब्धि हासिल हुई है। अब यह अवार्ड उनके लिए प्रेरणादायक है। यह उन्हें भविष्य में भी अच्छा काम करते रहने के लिए प्रोत्साहित करेगा। उन्होंने इस पुरस्कार का श्रेय अपने डिपार्टमेंट की टीम, सभी सहकर्मियों और इंस्टीट्यूट प्रबंधन को दिया।
नेशनल एजुकेशन पालिसी-2020 करते हैं स्पेशल टाक
बता दें कि डा. गोरव धुरिया नेशनल एजुकेशन पालिसी-2020 में भी अच्छी पकड़ रखते हैं। इसी कारण पिछले कुछ महीनों में वह पालिसी को लेकर कई बार स्पेशल टाक या विशेषज्ञ वार्ता कर चुके हैं।



