
शिरोमणि अकाली दल ने तीन काले खेती कानूनों के लागू होने के एक साल पूरे होने पर 17 सितम्बर को काले दिवस के तौर पर मनाने का फैसला लिया है। किसानों के साथ पार्टी वर्कर गुरुद्वारा रकाबगंज से संसद तक रोष मार्च करेंगे। इस संबंधी फैसला पार्टी के प्रधान सुखबीर सिंह बादल की अध्यक्षता में हुई पार्टी के विधायकों, जिला प्रधानों, हलका सेवकों, विधायकों और झलर समिति के सदस्यों की मीटिंग में लिया गया। पार्टी के सीनियर सदस्य प्रधान डा. दलजीत सिंह चीमा ने आज यहां जारी एक बयान में यह दिखावा करते कहा कि पार्टी के नेता और वर्कर पंजाब के नेताओं के साथ इस रोष मार्च में हिस्सा लेंगे और उन्होंने सभी को इसमें पूरे दिल के साथ शमूलियत करने की अपील की।
उन्होंने यह भी बताया कि रोष मार्च शुरू करने से पहले तीन काले खेती कानून रद्द करने के लिए की अपील की जाएगी। उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल ही एक राजनैतिक पार्टी है, जिसने किसानों के हितों के लिए मंत्री और गठजोड़ तोड़ने से भी गुरेज नहीं किया, जबकि दूसरों ने सिर्फ उनकी जेबों में इस्तीफे के पत्र होने का दावा किया था, जो कभी पेश नहीं किए गए। उन्होंने कहा कि अकाली दल किसानों के हक में चट्टान की तरह खड़ा है और यह तब तक डटा रहेगा, जब तक तीनों काले खेती कानून रद्द नहीं किए जाते।



