
कांग्रेस हाईकमान सोनिया गांधी व राहुल गांधी के आदेशानुसार कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने जिला गुरदासपुर से 5 टिकटों की जिम्मेदारी प्रताप सिंह बाजवा को सौंपी हैं। कैप्टन ने बाजवा को टिकटें सौंपते हुए कहा है कि जिसको मर्जी टिकट दे दो, परन्तु इन 5 टिकटों पर जीत यकीनी होनी चाहिए। सूत्रों का कहना है कि माझे में पहले से ही बाजवा लोगों के मनपसंद नेता रहे हैं। कांग्रेस में अंदरूनी क्लेश के चलते प्रताप सिंह बाजवा की तरफ से टिकटों में फेरबदल करना भी तय है। इसलिए सर्वे किए जा रहे हैं कि कौन-सा उम्मीदवार टिकट अपने हलके से जीत सकता है। यह समय बाजवा के लिए काफी चुनौतियों से भरा है।
सूत्रों की मानें तो जहां कैप्टन के विरुद्ध चल रहे बागी नेता व विधायक सरेआम बयानबाजी कर चुके हैं। कैप्टन सरकार में चल रहा यह आपसी क्लेश पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत और हाईकमान को बिल्कुल पसंद नहीं है। इसलिए यदि प्रताप सिंह बाजवा भी कैप्टन का साथ न देते तो बागियों की तरफ से सरकार तोड़ने में कोई कमी नहीं छोड़ी जानी थी। इसलिए हाईकमान द्वारा बाजवा को भी कैप्टन के साथ रहने की सलाह दी जा रही है, ताकि आने वाले विधानसभा चुनावों में कैप्टन के हाथ मजबूत किए जा सकें। अब प्रताप सिंह बाजवा जिला गुरदासपुर में आसानी से जीत हासिल करने वाले विधायकों पर मोहर लगा सकते हैं क्योंकि वह हाईकमान के आदेशों के उलट नहीं चल सकते। अब बाजवा लोगों से मंत्रणा कर व अन्य जानकारियां जुटाकर विधायकों बारे एक लिस्ट तैयार कर रहे हैं कि कौन सा नेता अपने हलके में जीत दिला सकता है। अनुमान लगाया जा रहा है कि जिला गुरदासपुर में 3 नए चेहरे चुनाव मैदान में उतारे जा सकते हैं जिससे कांग्रे



