
प्रदेश कांग्रेस में कलह के बीच अब पंजाब कांग्रेस इंचार्ज हरीश रावत भी कांग्रेसियों के निशाने पर आ गए हैं। पंजाब प्रधान नवजोत सिद्धू के करीबी व संगठन महासचिव परगट सिंह ने रावत पर निशाना साधा है। परगट सिंह ने कहा कि 2 महीने पहले जब दिल्ली में खड़गे कमेटी से सब विधायक मिले थे। वहां तय हुआ था कि पंजाब विधानसभा चुनाव सोनिया गांधी व राहुल गांधी की अगुवाई में लड़े जाएंगे।
अब अगर हरीश रावत ने कहा है कि 2022 में पंजाब चुनाव कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुवाई में होंगे तो वो बताएं कि यह फैसला कब हुआ। परगट ने कहा कि रावत उनके अच्छे दोस्त हैं लेकिन पंजाब के बारे में अपने स्तर पर फैसले लेने का अधिकार उन्हें किसने दिया। खड़गे कमेटी के सोनिया व राहुल की अगुवाई में चुनाव लड़ने के फैसले के बाद कैप्टन की अगुवाई का क्या मतलब रह जाता है।
परगट सिंह का यह बयान ऐसे वक्त पर आया है, जब हरीश रावत जल्द ही पंजाब आने वाले हैं। यहां उनका नवजोत सिद्धू व CM कैप्टन अमरिंदर सिंह से मुलाकात का कार्यक्रम है। ऐसे में सिद्धू ग्रुप के मोर्चा खोलने के बाद रावत क्या रणनीति अपनाएंगे, यह देखना दिलचस्प रहेगा। खासकर इसलिए भी कि रावत लगातार पंजाब इंचार्ज की जिम्मेदारी छोड़ने की बात कह रहे हैं।
ईंट से ईंट खड़काने का बयान रावत के लिए
नवजोत सिद्धू के अमृतसर में फैसले लेने की छूट न देने पर हाईकमान की ईंट से ईंट खड़काने वाले बयान पर भी परगट सिंह ने प्रतिक्रिया दी। परगट ने कहा कि सिद्धू का बयान सोनिया गांधी, राहुल गांधी या हाईकमान के लिए नहीं था। सिद्धू ने यह बातें हरीश रावत के लिए ही कही थी। जो कांग्रेस हाईकमान की तरफ से पंजाब में इंचार्ज लगाए गए हैं।
बागी मंत्रियों से बैठक से पहले रावत ने बताई थी कैप्टन की अगुवाई
पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ बगावत हुई थी। नवजोत सिद्धू ग्रुप के मंत्रियों तृप्त राजिंदर बाजवा, सुखजिंदर रंधावा व सुख सरकारिया ने यह मांग उठाई थी। जब वो हरीश रावत से मिलने देहरादून गए तो वहां रावत ने पहले ही कह दिया कि 2022 में पंजाब विस चुनाव कैप्टन की अगुवाई में लड़े जाएंगे। इसके बाद पंजाब के हालात पर रावत पहले सोनिया गांधी व फिर राहुल गांधी को भी रिपोर्ट दे चुके हैं। बागी मंत्री भी दिल्ली कांग्रेस हाईकमान से मिलने गए थे लेकिन उन्हें समय नहीं मिला। ऐसे में अब परगट सिंह ने रावत पर ही हमला बोल दिया है। नवजोत सिद्धू को प्रधान बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले रावत अब उन्हीं के खेमे के टारगेट पर आ गए हैं।
मनीष तिवारी भी उठा चुके सिद्धू पर कार्रवाई न करने का सवाल
श्री आनंदपुर साहिब से सांसद व वरिष्ठ कांग्रेस नेता मनीष तिवारी भी सिद्धू के ईंट से ईंट बजाने वाले बयान पर कार्रवाई न किए जाने से नाराज हैं। उन्होंने सिद्धू का बयान का वीडियो ट्वीट कर लिखा था कि ‘हम आह भी भरते हैं तो हो जाते हैं बदनाम, वा कत्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होती’।
खेल मंत्री का दावा, हाईकमान जांच कर रहा
कैप्टन के करीबी खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी ने दावा किया कि नवजोत सिद्धू के बयान की हाईकमान जांच कर रहा है। शनिवार को जालंधर आए खेल मंत्री ने ही बगावत होने के बाद कैप्टन के समर्थन में अपने घर में डिनर पार्टी रखी थी। जिसमें 58 विधायक, 8 सांसद व 30 पिछला विस चुनाव हारे नेताओं के आने का दावा किया गया था।



