गुरदास मान ने गुरु अमरदास को लेकर की टिप्पणी, भड़की सिख संगत ने घेरा एसएसपी कार्यालय; पर्चा दर्ज करने पर अड़े
सिख तालमेल कमेटी के प्रमुख तेजिंदर सिंह परदेसी हरपाल सिंह चड्ढा व हरप्रीत सिंह नीटू ने कहा कि गुरदास मान ने मंच पर से गुरुओं की तुलना साईं लाडी शाह से की है। जबकि सिख मर्यादा का डेरे की परंपरा के साथ कोई मिलान नहीं किया जा सकता है।

जालंधर। हाल ही में जालंधर के नकोदर में स्थित डेरा बाबा मुराद शाह में संपन्न हुए मेले के दौरान प्रसिद्ध गायक गुरदास मान द्वारा मंच पर से श्री गुरु अमरदास जी को लेकर की गई टिप्पणी को लेकर सिख संगत में भारी रोष है। मामले को लेकर जहां जिले के सिख संगठनों ने सुबह पुलिस कमिश्नर के नाम पर एसएसपी नवीन सिंगला को मांगपत्र दिया। वहीं, गुरदास मान पर पर्चा दर्ज करने की मांग को लेकर एसएसपी आफिस के बाहर धरना लगा दिया, जो देर रात तक जारी रहा। इस दौरान सिखों की प्रमुख संस्था सिख तालमेल कमेटी के प्रमुख तेजिंदर सिंह परदेसी, हरपाल सिंह चड्ढा व हरप्रीत सिंह नीटू ने कहा कि गुरदास मान ने मंच पर से गुरुओं की तुलना साईं लाडी शाह से की है। जबकि, सिख मर्यादा का डेरे की परंपरा के साथ कोई मिलान नहीं किया जा सकता है। ऐसा करना सिख मर्यादा के विपरीत है।

सिख गुरुओं की तुलना बाबा मुराद शाह के साथ करने से विश्व भर में बसे सिखों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई है। सिखों द्वारा अपने धर्म के प्रचार करने के साथ-साथ सभी धर्मों का सम्मान किया जाता है। लेकिन, सिख धर्म या फिर गुरु महाराज को लेकर किसी भी तरह की टिप्पणी को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसी तरह राजिंदर सिंह पुत्र प्यारा सिंह निवासी कपूरथला द्वारा दी गई शिकायत में उन्होंने कहा कि गुरदास मान पहले भी पंजाबी भाषा को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर चुके हैं। जिससे स्पष्ट हो रहा है कि गुरदास मान पंजाब व पंजाबियत के खिलाफ हो चुके हैं। ऐसे में पुलिस को गुरदास मान के खिलाफ पर्चा दर्ज करना चाहिए। वहीं उक्त मांग को लेकर देर रात तक सिख संगठनों द्वारा एसएसपी आफिस के बाहर धरना जारी रहा। इस मौके पर गुरजीत सिंह सतनामियां, विक्की खालसा, सतपाल सिंह सहित सदस्य मौजूद थे।
शिकायत की जांच कर रहे : SP
रुरल पुलिस के SP रवि कुमार ने कहा कि उन्हें शिकायत की गई है कि गुरदास मान से स्टेज से स्पीच दी है, जिससे उनके गुरु का अनादर हुआ है। उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। मामले की जांच की जा रही है। उसके बाद अगली कार्रवाई की जाएगी।
पहले भी रहा विवाद, किसान मोर्चे में नहीं बोलने दिया गया था
गुरदास मान को पहले भी पंजाबियों के विरोध का सामना करना पड़ा था। उन पर शो के दौरान स्टेज से भद्दी शब्दावली का इस्तेमाल करने का आरोप लगा था। पंजाबी भाषा पर टिप्पणी के अलावा किसान मोर्चे में भी गुरदास मान को बोलने नहीं दिया गया था। जिसके बाद मान का घेराव भी होने लगा था। हालांकि बाद में यह मामला ठंडा पड़ गया।




