

2022 की सर्द ॠतु में विधानसभा चुनावों हेतु शुरू हुई विभिन्न पार्टियों के उम्मीदवारों की नुक्कड़ बैठकों में शराब का दौर शुरू हो चुका है व शौकीन युवा व प्रोढ़ सांझ ढलते ही उम्मीदवारो व उनके शुभचिंतको के घरों के पास मंडराने लगे है व उम्मीदवार अपने गुप्त सूत्रो के हाथो इनको शराब परोसने लगे है नशों पर अंकुश लगाने वाले ही शराब बांटने में डट गये है। चुनावों दौरान शराब का लंगर आम बात है व इस पर चुनाव आयोग चाह कर भी अंकुश लगाने में कामयाब नही हो पाता।जालंधर नार्थ-सैंट्रल-वेस्ट में रोयलस्टैग व इम्पिरियल ब्लू को बोतले बंटती आज देखी गयी व कुछ शोकिन युवा अपने लिए साल भर का स्टाक जुटाने में लग गये है इसके अतिरिक्त वार्ड स्तर के इंचार्ज भी बहती गंगा में हाथ धोकर वोटरो के नाम पर अपना स्टाक बनाने में जुट गये है अब देखना यह है कि चुनाव आयोग इस पर कैसे सख्ती कर पाता है ?



