
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने सोमवार को पंजाब के नए मंत्रिमंडल के साथ पहली बैठक की। जिसमें सिर्फ एक लाइन का रेजोल्यूशन पास किया गया और बाकी सभी एजेंडे रद्द कर दिए गए। इस दौरान पंजाब सरकार किसानों का समर्थन करते नजर आई। बैठक के दौरान किसानों के मुद्दों पर ही विचार-विमर्श किया गया है।
इसके अलावा किसी अन्य तरह के मुद्दे पर विचार नहीं किया गया है। पहली कैबिनेट की बैठक के बाद भी मंत्रियों को विभाग नहीं दिए गए हैं। इस दौरान कैबिनेट मंत्री राज कुमार वेरका ने कहा कि बैठक में एक लाइन का रेजोल्यूशन पास किया गया। जिसमें केंद्र सरकार से कृषि कानून रद्द करने की मांग की गई है।
हर मंगलवार होगी कैबिनेट की बैठक
राज कुमार वेरका के अनुसार अब मंगलवार को कैबिनेट की बैठक हुआ करेगी और मुख्यमंत्री खुद सभी विभागों के कार्य की समीक्षा किया करेंगे। हर बैठक में अहम फैसले लेकर इनका एलान भी किया जाएगा। पहली बैठक में सभी ने यह भी विश्वास दिलाया है कि वह पंजाब की बेहतरी के लिए मेहनत और ईमानदारी के साथ काम करेंगे। जिसमें आने वाले समय में बिजली-पानी के बिल समेत किसानों के लिए अहम फैसले लिए जाएंगे। वेरका ने उम्मीद जाहिर की है कि मंगलवार के विभागों का एलान हो सकता है।
कैबिनेट की बैठक के बाद मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री का भोज
कैबिनेट बैठक के बाद मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने पंजाब के टॉप अफसरों के साथ भी बैठक की है और उन्हें जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं। इसके बाद मुख्यमंत्री ने अपने कार्यालय में सभी मंत्रियों को खाने पर भी बुलाया और पंजाब के मुद्दों पर खुलकर चर्चा भी की। कैबिनेट विस्तार के बाद सोमवार को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने पूरा दिन प्रशासनिक कार्यों को निपटाने में निकाला।



