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बचत की हमारी परंपरा, बैंकों पर भरोसा:‌100 रुपए पर हर माह सिर्फ 24 पैसे ब्याज, फिर भी पंजाबियों के 3 करोड़ खातों में लगभग है ‌11924 करोड़ रुपए

बचत हमारी परंपरा रही है और बैंकों पर बड़ा विश्वास। यही वजह कि महीने का महज 24 पैसे प्रति सैकड़ा ब्याज मिलने के बावजूद लोगों ने बैंक खातों में भरपूर पैसा जमा करवा रखा है। देश में अभी 43.29 करोड़ प्रधानमंत्री जनधन खातों में 1.45 लाख करोड़ रु. से ज्यादा राशि जमा है। इनमें से पंजाब – राजस्थान के 3 -3 करोड़ से अधिक ग्राहकों के भी करीब 22,000 करोड़ रु. शामिल हैं।

यूपी, बिहार व बंगाल के बाद यह सबसे अधिक है। विशेषज्ञों का मानना है कि बैंकों जमा कराने का सिलसिला बढ़ता जा रहा है क्योंकि, बचत हमारी परंपरा भी रही है। पहले घरों तक सीमित थी, अब बैंक खाते खुलने आसान हुए तो वहां पहुंचने लगी है। नोटबंदी के बाद इसमें तेजी आई है। लोग बैंकों खासकर सार्वजनिक क्षेत्र पर ज्यादा भरोसा करने लगे हैं। देश भर में 55% जनधन खाते महिलाओं के हैं।

जनधन खातों में वार्षिक ब्याज 2.70%, बचत खातों में 3.25%
बैंक विशेषज्ञों का कहना है कि जनधन खातों में जमा रकम पर 2.70% की वार्षिक दर से ब्याज मिलता है। वह वह भी तीन महीने से। यानी 100 रु. जमा हैं तो सिर्फ 24 पैसे प्रति माह ब्याज मिलेगा। बचत खातों में 3.25% वर्षिक दर से ब्याज मिलता है। प्राइवेट बैंक को इससे भी अधिक दे रहे।

सरकारी बैंक आज तक नहीं डूबे, इसलिए लोगों का अधिक भरोसा
आम जनता काे भरोसा है कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में रखा उनका पैसा या धरोहर पूर्ण रूप से सुरक्षित है। इतिहास भी साक्षी है कि आज तक कोई सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक फेल नहीं हुआ। निजी बैंक आए दिन फेल होते रहते हैं। – प्रदेश संयोजक, यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस

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