
अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान ने पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। इसमें तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिदी ने भरोसा दिया है कि वह किसी भी अंतरराष्ट्रीय दूतावास या संस्था को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। तालिबानी प्रवक्ता ने कहा कि तालिबान सरकार को अंतरराष्ट्रीय समुदाय की तरफ से मान्यता दी जानी चाहिए। तालिबान ने महिलाओं को अधिकार देने की बात भी दोहराई है।
प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिदी ने कहा कि बीते वक्त में उनसे जिसने भी युद्ध किया उनको तालिबान ने माफ कर दिया है। जबीहुल्लाह मुजाहिदी ने लोगों को सुरक्षा का भरोसा दिया है। वह बोले कि तालिबान किसी से बदला नहीं लेगा। तालिबान ने कहा कि पड़ोसी देशों को हम भरोसा देते हैं कि हमारी धरती का इस्तेमाल गलत कामों के लिए नहीं होगा। हम आशा करते हैं कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय हमको मान्यता देगा। वह बोले कि विदेशी दूतावासों की सुरक्षा जरूरी है और यह तालिबान द्वारा की जाएगी।
तालिबान ने वादा किया कि उनके राज में देश की अर्थव्यवस्था और लोगों का जीवन स्तर सुधरेगा। तालिबान के प्रवक्ता ने कहा, ‘तालिबान की प्राथमिकता कानून व्यवस्था बनाने की है। इसके बाद लोग शांति से रह सकेंगे।’
जबीहुल्लाह मुजाहिदी बोले, ‘हम लोग काबुल में भगदड़ का माहौल नहीं चाहते थे। इसलिए काबुल के बाहर रुक गए थे। फिर बिना हिंसा के सत्ता परिवर्तन हुआ। पिछली सरकार अयोग्य थी। वह सुरक्षा तक नहीं दे सकती थी। हम सभी विदेशी संस्थाओं को सुरक्षा देंगे, हम अफगानिस्तान से बाहर या अंदर किसी को दुश्मन नहीं बनाना चाहते।’ प्रवक्ता ने यह भी कहा कि दुनिया उनपर भरोसा करे और सत्ता परिवर्तन में दखल ना दे।
देश छोड़कर ना जाएं लोग – तालिबान
तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि आने वाले वक्त में अफगानिस्तान में कोई किसी को किडनैप नहीं कर सकेगा। कोई किसी की जान नहीं ले सकेगा। सुरक्षा को लगातार बढ़ाएंगे। देश छोड़कर गए लोगों के बारे में प्रवक्ता ने कहा कि वह चाहते हैं कि लोग देश से बाहर ना जाएं। ये उनका भी देश है।



