जालंधरपंजाब

प्रोजेक्ट ऑन रोड:13 साल बाद गलती का अहसास, पुराने 4 लेन की जगह अब 20 करोड़ से बनेगा 6 लेन फ्लाईओवर

अक्टूबर से नए फ्लाईओवर का निर्माण शुरू होगा, होशियारपुर रोड पर होगा ट्रैफिक डायवर्ट

पीएपी चौक में लगने वाले ट्रैफिक जाम की दिक्कत अगले साल अप्रैल में दूर होने की आस है। यहां पर जालंधर के ट्रैफिक को लम्मा पिंड चौक की तरफ सीधा रास्ता देने के लिए नए पुल का निर्माण अक्टूबर में शुरू होगा, जिसकी लागत 15 करोड़ रुपए है। ये काम 6 से 7 माह में पूरा करने का टारगेट है। नया पुल इसलिए बनाया जा रहा है, क्योंकि पीएपी चौक का पुल सिक्स लेन है, लेकिन पुराना पुल फोर लेन का है। इसमें भी एक हिस्सा लोकनिर्माण विभाग ने बनाया है।

अब पुराने हिस्से को गिराकर इसकी जगह नया फ्लाईओवर बनेगा। नया पुल बनाने से पहले पुराने हिस्से को गिराया जाएगा। नेशनल हाईवे अथारिटी ने सारा काम खत्म करने का टारगेट अप्रैल, 2022 और लागत 20 करोड़ रुपए आंकी है। इस सबके बीच बड़ा सवाल यह है कि 2008 में जब प्रोजेक्ट शुरू किया गया, तब इसमें कई खामियां थीं, जिनकी तरफ ध्यान ही नहीं दिया गया। अब 13 साल बाद गलती सुधारी जा रही है।

फोर लेन ब्रिज के साथ बने लोअर लेवल का पुराना ब्रिज गिराया जाएगा

पीएपी चौक में नेशनल हाईवे के सिक्स लेन प्रोजेक्ट के तहत पहली बार 2008 में पुल बनाने की मंजूरी हुई थी। उस समय भविष्य का ध्यान नहीं रखा गया। जालंधर सिटी की तरफ से लम्मा पिंड चौक की तरफ जाने के लिए 2 किलोमीटर का सफर करके रामामंडी जाकर यूटर्न लेने का रास्ता तय किया। फोरलेन ब्रिज को गिराकर सिक्स लेन पुल बनाने का खर्च बचाया गया। अब जालंधर सिटी के ट्रैफिक को सीधे लम्मा पिंड की तरफ रास्ता देने के लिए पुरानी गलती को सुधारा जा रहा है। पुराने फोर लेन ब्रिज के साथ बने लोअर लेवल के पुराने हिस्से को गिराकर नया पुल बनेगा। हाईवे अथाॅरिटी के इंजीनियरों ने बताया कि जहां भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड का काॅम्प्लेक्स है, उसके सामने से ट्रैफिक नए बनने वाले 6 लेन पुल के ऊपर चढ़ेगा। जिस शख्स ने लुधियाना की तरफ जाना है, वो मेन लेन पर चढ़कर सीधा रामामंडी चला जाएगा। जिस वाहन को सिटी के अंदर आना है, वह पैपकास के सामने से सर्विस लेन पर उतर जाएगा। इसी तरह लम्मा पिंड चौक जाने वाले वाहनों को सीधा रास्ता पीएपी शूटिंग रेंज के सामने से मेन हाईवे की तरफ मिलेगा।

साल दर साल प्रोजेक्ट : 2008 से आज तक काम चल ही रहा है…

    • 2008 – प्रोजेक्ट को मंजूरी मिली
    • 2009 – फ्लाईओवर की शुरुआत हुई। डिजाइन की मंजूरी में देरी सहित कई कारणों से प्रोजेक्ट लटक गया।
    • 2011 – 21 माह का और समय दिया।
    • 2013 – कंपनी ने दिल्ली हाईकोर्ट से डेडलाइन को बढ़ाकर दिसंबर, 2013 करने की मांग की है।
    • 2017 – अथाॅरिटी में काम फंसा रहा। जाम की भयंकर समस्या बनी।
    • 2018 – मई में सिक्स लेन पुल का निर्माण शुरू किया।
    • 2019 – फ्लाईओवर मार्च में कंप्लीट हुआ, पर तब दिक्कत आ गई। प्रशासन ने अथाॅरिटी से कहा कि सिटी के ट्रैफिक को लम्मा पिंड चौक की तरफ चलाने के लिए रैंप बनाएं। जब वाहन रैंप पर चढ़े तो पीछे से आने वाले वाहन टकराने लगे।
    • 2021 – अब नए पुल का निर्माण शुरू करने की मंजूरी मिली है।

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