
जालंधर के गढ़ा स्थित गुरु दीवान नगर के लोगों ने रविवार शाम को लोगों ने सड़क जाम कर दी। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस के एएसआई ने पड़ोस में रहने वाले पक्का बाग कोआपरेटिव सोसाइटी के सचिव के साथ झगड़ा किया। इस दौरान धमकी देते हुए उन्हें धक्का मारा गया, जिसकी वजह से वो नीचे गिर पड़े और मौत हो गई। रोड जाम करने की सूचना मिलते ही पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे। उन्होंने केस दर्ज करने की बात कहकर परिजनों को थाने बुला लिया। जिसके परिजनों ने जाम खोल दिया। हालांकि उन्होंने चेतावनी दी कि अगर इंसाफ न मिला तो वो सीधे हाइवे जाम कर देंगे।
एएसआई ने धमकी दी, वाहन हटाओ वर्ना आग लगा दूंगा
परिजनों के मुताबिक अश्विनी कुमार व थाना डिवीजन 6 में तैनात पुलिस का ASI एक ही मोहल्ले में रहते हैं। उनकी गली में किसी की मौत हुई थी। उस घर में कोई मिलने आ रखा था और उसका वाहन बाहर खड़ा था। एएसआई ड्यूटी से वापस लौटा तो उस वाहन को हटाने के लिए कहने लगा। वह जोर-जोर से पुलिस का रौब दिखाकर कहने लगा कि अगर इसे न हटाया तो वो आग लगा देगा।

मृतक अश्विनी की फाइल फोटो
मृतक ने समझाने की कोशिश की तो घर के अंदर आकर धमकाया
इतने में अश्विनी वहां आया क्योंकि वह वाहन उनके घर के बाहर खड़ा किया था। उन्होंने एएसआई को समझाया कि पड़ोस के घर में मौत हुई है और कोई मिलने आया है। इंसानियत के नाते थोड़ी देर वह इसे वहीं रहने दे। इसको लेकर एएसआई सीधे अश्विनी से ही भिड़ गया। वह घर के अंदर आया और धमकाने लगा। इसके बाद उसने धक्का मारा, जिससे अश्विनी नीचे गिर पड़ा और सिर पर चोट लग गई।
बेटी को दी चुप रहने की धमकी, आधी रात को आई होश में
परिजनों के मुताबिक जिस वक्त एएसआई ने अश्विनी के साथ धक्कामुक्की की, उसकी बेटी भी वहां मौजूद थी। आरोप है कि एएसआई ने उसे भी धमकाया कि अगर उसने किसी को इसके बारे में बताया तो अच्छा नहीं होगा। इस वजह से बेटी बहुत डर गई थी। इसके बाद पिता की मौत होने से उसकी हालत और बिगड़ गई। रात को उसे कुछ होश आया तो उन्होंने पुलिस कंट्रोल में 112 नंबर पर फोन कर सूचना दी।

पुलिस को दी शिकायत के बारे में जानकारी देते परिजन।
पुलिस ने नहीं की कार्रवाई, अब अफसर बोले : केस दर्ज करेंगे
अश्विनी के सिर पर चोट लगने के बाद उनकी हालत बिगड़ गई। जिसे देख परिजन अस्पताल उन्हें ले गए लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।इसके बाद उन्होंने थाना डिवीजन 7 में मामले की शिकायत दी और पुलिस कंट्रोल रूम में भी फोन किया। पुलिस वाले आए और घरवालों के बयान ले गए लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। मृतक की लाश मॉर्च्यूरी में रख परिजनों ने इसके खिलाफ जाम लगा दिया। पुलिस अफसरों के मुताबिक मृतक के परिजनों के बयान लिख रहे हैं, उसके बाद आरोपों की जांच कर केस दर्ज किया जाएगा।



