
पंजाब में पटियाला के प्रसिद्ध काली माता मंदिर में सोमवार को हंगामा हो गया। यहां एक युवक ने काली माता के आसन की बेअदबी की। युवक अचानक मंदिर में मुख्य मूर्ति के सामने लगी ग्रिल फांदकर आसन पर चढ़ गया और काली माता की मूर्ति को जफ्फी डाल ली।
हालांकि वहां मौजूद पुजारी ने तुरंत ही युवक को मूर्ति से अलग कर आसन से नीचे धकेल दिया। घटना से नाराज मंदिर कमेटी के सदस्यों और वहां मौजूद भक्तों ने युवक की पिटाई करने के बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी के प्रधान कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बेअदबी की इस घटना की निंदा की। उधर आरोपी युवक के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर हिंदू संगठनों ने मंदिर के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों में शामिल गग्गी पंडित ने पटियाला जिला प्रशासन और पुलिस ने युवक के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि ऐसा नहीं होने पर वह अपने साथियों के साथ मंदिर के बाहर आत्मदाह कर लेंगे। माहौल को तनावपूर्ण होता देखकर प्रशासन ने मंदिर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया। पटियाला के कोतवाली थाने की पुलिस मामले की जांच कर रही है।
युवक ने मुंह पर बांध रखा था रुमाल
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सोमवार दोपहर 2 बजे के आसपास एक युवक मंदिर पहुंचा। ऑरेंज कलर का लोअर और जैकेट पहने युवक ने अपने मुंह पर रुमाल बांध रखा था। कोरोना संक्रमण की वजह से मंदिर कमेटी के सदस्यों और पुजारियों ने इसे नॉर्मली लिया। कुछ सेकेंड काली माता की मूर्ति के सामने खड़ा रहकर तालियां बजाने के बाद युवक अचानक गोलक पर पांव रखकर सामने लगी ग्रिल फांदकर आसन पर पहुंच गया और काली माता की मूर्ति को गले लगा लिया।
पुजारी ने धक्का देकर हटाया
घटना के समय पुजारी और कई भक्तगणों के अलावा महिला पुलिसकर्मी भी मंदिर में मौजूद थीं। युवक को आसन पर चढ़ता देखकर सभी लोग हरकत में आ गए। आसन पर मौजूद पुजारी ने युवक को तुरंत माता की मूर्ति से अलग किया और नीचे धक्का दे दिया। भोग लगवाने के लिए वहां खड़े पंडितों और दूसरे भक्तों ने युवक को पीटना शुरू कर दिया।
मौके पर मौजूद महिला पुलिसकर्मी ने तुरंत घटना की सूचना कोतवाली थाने में दी। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने युवक को हिरासत में लिया। कोतवाली थाने के एसएचओ इंस्पेक्टर बिक्रम सिंह बराड़ ने कहा कि युवक की शिनाख्त नहीं हो पाई है। पुलिस जांच कर रही है।



