जालंधरपंजाब

पंजाब में कांग्रेसियों की दबंगई:पठानकोट में MLA के थप्पड़कांड के बाद जालंधर में यूथ कांग्रेस प्रधान पुलिस से भिड़ा; CM सिक्योरिटी रूट से निकाली गाड़ी-भाजपा पूर्व विधायक केडी भंडारी ने कहा कि शहर के थाने पुलिस नहीं बल्कि कांग्रेसी चला रहे हैं।

पंजाब में CM चेहरा बदलते ही कांग्रेसियों की दबंगई नजर आने लगी है। पहले पठानकोट में डेवलपमेंट के बारे में पूछने पर कांग्रेसी MLA जोगिंदरपाल ने युवक को थप्पड़ जड़ दिया। अब जालंधर में यूथ कांग्रेस प्रधान पुलिस से ही भिड़ गया। वह CM चरणजीत चन्नी की पर्सनल विजिट के लिए बनाए सिक्योरिटी रूट से जाने के लिए अड़ गए। इसको लेकर यूथ कांग्रेस प्रधान अंगद दत्ता की पुलिस से खूब बहस हुई। अंत में सरकार का रवैया देख पुलिस को झुकना पड़ा। दत्ता को उसी रास्ते से जाने दिया गया।

डिफेंस कॉलोनी में बुधवार को सीएम चन्नी के दौरे को लेकर सुरक्षा के लिए पुलिस तैनात की गई थी। खालसा कॉलेज (वूमेन) के सामने एसीपी ओम प्रकाश, थाना डिवीजन-5 के एसएचओ रविंदर कुमार अपनी पुलिस पार्टी और करीब 2 दर्जन से ज्यादा मुलाजिम तैनात थे। इस वजह से कैंट की तरफ आने-जाने वाले रास्ते, डिफेंस कॉलोनी की ओर जाने वाले रास्ते पर बैरिकेडिंग की हुई थी।

पुलिसकर्मी ने बहस की वीडियो बनाई
पुलिसकर्मी ने बहस की वीडियो बनाई

एसएचओ ने रोका तो भड़के नेता

इस दौरान यूथ कांग्रेस प्रधान अंगद दत्ता अपनी स्कॉर्पियो में बैठ कर चार साथियों के साथ डिफेंस कॉलोनी पहुंचे। पुलिस वाले ने उनकी कार रोकी तो दत्ता भड़क उठे। पुलिसकर्मी से बहस होते देख थाना डिवीजन 5 के एसएचओ रविंदर कुमार वहां पहुंचे। उन्होंने अंगद दत्ता को गाड़ी से बाहर निकलने कर बात करने को कहा। इस पर गुस्साए अंगद दत्ता ने एसएचओ रविंदर से भी बहस शुरू कर दी। वह दत्ता को सुरक्षा का हवाला देते रहे लेकिन उन्होंने कोई बात नहीं सुनी। भीड़ जुटी देख वहां नजदीक ही खड़े एसीपी ओम प्रकाश तुरंत वहां पहुंच गए।

कांग्रेसी नेता का पता चलते ही ACP ने निकलवा दी गाड़ी

एसीपी ने वहां आकर एसएचओ को दूसरी जगह भेज दिया। कर्मचारियों को लगा कि एसीपी अब कांग्रेसी नेता को लौटा देंगे। हालांकि ऐसा नहीं हुआ। जैसे ही एसीपी को पता चला कि वह कांग्रेसी नेता है, तो एसीपी ने CM सिक्योरिटी वाले रूट से ही उसकी गाड़ी निकलवा दी। जब एसीपी ओमप्रकाश को पूछा गया कि कानून सबके लिए एक है तो कांग्रेसी नेता को क्यों जाने दिया गया?, इस पर उन्होंने व्यस्त होने की बात कहकर जवाब देने से पल्ला झाड़ लिया।

एसीपी के आने पर एसएचओ रविंदर कुमार एक किनारे फोन पर व्यस्त हो गए
एसीपी के आने पर एसएचओ रविंदर कुमार एक किनारे फोन पर व्यस्त हो गए

मैं सिक्योरिटी ड्यूटी कर रहा था : SHO

इस बारे में जब थाना डिवीजन- 5 के एसएचओ रविंदर कुमार ने कहा कि सीपी ऑफिस से बुधवार को उनकी ड्यूटी डिफेंस कॉलोनी में सीएम सिक्योरिटी पर लगाई थी। इसलिए रूट को सुरक्षा के लिहाज से कुछ देर के लिए प्रतिबंधित किया गया था। इसी बीच यूथ कांग्रेस प्रधान अंगद दत्ता वहां आ गए और उसी रास्ते से निकलने की जिद की। मैंने उन्हें सिक्योरिटी का हवाला देते हुए रोका। हालांकि बाद में एसीपी ओम प्रकाश ने आकर मामला सुलझा दिया।

यूथ कांग्रेस प्रधान अंगद दत्ता
यूथ कांग्रेस प्रधान अंगद दत्ता

पुलिस ने मुझे जानबूझकर रोका : दत्ता

यूथ कांग्रेस प्रधान अंगद दत्ता ने कहा कि वह अपने किसी परिचित के संस्कार से वापस लौट रहे थे। उनके आगे जा रही एक कार को तो पुलिस ने उसी रास्ते से जाने दिया। जब वह वहां से निकलने लगे तो उन्हें रोका गया और बदसलूकी की गई। उन्होंने पुलिस वालों से सही ढंग से बात की। पुलिस ने उन्हें जानबूझकर रोका। हालांकि बाद में गलतफहमी दूर हो गई और वो आगे चले गए।

पूर्व भाजपा विधायक केडी भंडारी
पूर्व भाजपा विधायक केडी भंडारी

भाजपा बोली, पंजाब में कांग्रेसी चला रहे थाने

इस घटना पर बीजेपी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा के पूर्व विधायक केडी भंडारी ने कहा कि शहर के थाने पुलिस नहीं बल्कि कांग्रेसी चला रहे हैं। अगर सीएम सिक्योरिटी के चलते कांग्रेसी नेता को रोका गया था तो पुलिस से बहस नहीं करनी चाहिए थी। आखिर उनकी ही पार्टी के सीएम के लिए रूट लगाया गया था। एक तरफ सीएम चरणजीत चन्नी राज्य में गुंदागर्दी खत्म करने की बात कहते हैं लेकिन उनके ही नेता इस तरह के काम करते हैं। कांग्रेसी ही सीएम के निर्देशों का पालन नहीं कर रहे।

यूथ कांग्रेस के प्रदर्शन में दिखे थे हथियार
यूथ कांग्रेस के प्रदर्शन में दिखे थे हथियार

विवादों में दत्ता, पहले भी SHO से भिड़े, प्रदर्शन में दिख चुके हथियार

यूथ कांग्रेस के प्रधान अंगद दत्ता के विवादों का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी वो मास्क न पहनने पर एक SHO से भिड़ गए थे। उस वक्त कैप्टन अमरिंदर सिंह सीएम थे। पुलिस ने तब सख्त तेवर दिखाए। दत्ता और उनके साथियों को थाने ले आए। जिसके बाद कांग्रेसी नेता और पुलिस के बड़े अफसर सक्रिय हो गए। मामले में काफी गर्मागर्मी के बाद थाने में समझौता हो गया। इसके बाद यूथ कांग्रेस के केंद्र सरकार के प्रदर्शन के दौरान खुलेआम हथियार दिखाए गए। इस प्रदर्शन की अगुवाई भी दत्ता ही कर रहे थे। हालांकि दत्ता ने कहा था कि यह हथियार लाइसेंसी हैं और अपनी सुरक्षा के लिए रखे गए हैं।

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