
पंजाब सरकार के आदेशों पर देर शाम पुलिस अधिकारियों के हुए तबादलों के चलते जालंधर के पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर का भी तबादला कर दिया गया। भुल्लर ने विशेष बातचीत के दौरान बताया कि वह शहरवासियों के प्यार व सहयोग को कभी नहीं भूल पाएंगे। उन्होंने बताया कि लोगों के सहयोग व प्यार के चलते उन्हें पता ही नहीं चला कि शहर में उनका करीब अढ़ाई वर्ष तक का समय कैसे गुजर गया।
उल्लेखनीय है कि सी.पी. भुल्लर ने अपने कार्यकाल दौरान शहर में कई नशा तस्करों व शराब माफिया पर नकेल कस कर उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाया । शराब तस्करों के खिलाफ करीब 700 से ज्यादा मामले दर्ज कर 820 तस्करों को गिरफ्तार कर उनके पास से करीब 1 करोड़ 96 लाख 5 हजार 256 एम.एल. अवैध शराब की खेप बरामद की। नशा तस्करों के खिलाफ 269 मामले दर्ज कर 375 तस्करों को गिरफ्तार कर उनके पास से करीब 1500 किलो चूरा-पोस्त, 44 किलो अफीम, 23 किलो गांजा, 4 किलो हैरोइन, 15 लाख 36 हजार 699 नशीली गोलियां व 4 लाख 21 हजार के करीब ड्रग मनी व 2 किलो 800 ग्राम चरस बरामद की।
उन्होंने नशा तस्करों की जायदाद भी जब्त करने के अधिकारियों को आदेश दिए। माननीय अदालत में भगौड़ा करार दिए आरोपियों को पकडने के लिए उन्होंने विशेष मुहिम चला कर करीब 880 भगौड़ों को काबू किया। कई सनसनीखेज मामलों व कई गोली कांड को गंभीरता से ट्रेस कर कई अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया। डिप्टी हत्याकांड को सुलझाने के लिए भी उन्होंने एडी- चोटी को जोर लगा रखा था, जिसके आधार पर कमिश्नरेट पुलिस को आरोपियों के बारे कई अहम सुराग लगे थे जिनके आधार पर कमिशनरेट पुलिस ने तकरीबन डिप्टी हत्याकांड भी सुलझा लिया था। इसका खुलासा आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद होने वाला था।
कोविड 19 के दौरान शहरवासियों की सुरक्षा को यकीनी बनाने व कोविड नियमों की सख्ती से पालना करवाने के लिए भुल्लर का विशेष योगदान रहा। उन्होंने शहर में बिना मास्क के घूमने वालों, सोशल डिस्टैंसिंग का उल्लंघन करने वाले व कोविड 19 के प्रोटोकोल का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की। भुल्लर ने बताया कि शहर को नशा व अपराध मुक्त बनाने व कोरोनाकाल में लोगों की सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए शहरवासियों ने जो सहयोग व प्यार उन्हें दिया है उसको वह कभी नहीं भुला पाएंगे।



