किसानों ने किया जालंधर-फगवाड़ा हाईवे जाम, रेलवे ट्रैक पर भी बैठे
गन्ने का रेट 400 रुपये प्रति क्विंटल करने की मांग को लेकर पंजाबभर से पहुंचे किसानों के 32 संगठनों ने शुक्रवार सुबह जालंधर-फगवाड़ा हाईवे पर धरना दिया।

जालंधर : गन्ने का रेट 400 रुपये प्रति क्विंटल करने की मांग को लेकर पंजाबभर से पहुंचे किसानों के 32 संगठनों ने शुक्रवार सुबह जालंधर-फगवाड़ा हाईवे पर धरना दिया। रामामंडी के पास धन्नोवाली फाटक के नजदीक दिया गया धरना देर रात तक जारी रहा जिससे दिनभर लोग जाम में फंसे रहे। अधिकतर बसें भी नहीं चल पाई। जो चलीं, उनको वाया आदमपुर व जंडियाला के रास्ते फगवाड़ा पहुंचाया गया। शाम को चार बजते ही किसान रेलवे ट्रैक पर लेट गए। धरने के कारण नौ ट्रेनें रद की गई जबकि नौ ट्रेनों के रूट परिवíतत करने पड़े। जम्मूतवी व अमृतसर की 26 ट्रेनें धरने के पहले दिन प्रभावित हुई। किसानों के रेलवे ट्रैक बंद करने का पता चलते ही प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। डीसी घनश्याम थोरी व पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर किसानों से बातचीत करने धरनास्थल पहुंचे। धरनास्थल के नजदीक निजी दफ्तर में संयुक्त किसान मोर्चे के नेताओं, डीसी, सीपी व अन्य अधिकारियों से आधे घंटे तक चली बातचीत में कोई नतीजा नहीं निकला। मीटिग के बाद किसान नेता मनजीत सिंह राय ने कहा कि उनकी मांग पर कोई बात नहीं की गई। सड़क व रेल आवागमन बेमियादी समय के लिए ठप रखा जाएगा। जरूरत पड़ी तो पंजाब की हर सड़क जाम की जाएगी। इससे पहले सुबह किसानों ने लगभग 10 बजे हाईवे पर टेंट लगाने शुरू किए। धरने की शुरुआत बच्चों ने गुरबाणी कीर्तन से की। धीरे-धीरे राज्यभर से अलग-अलग किसान संगठन किसान जत्थे लेकर पहुंचने लगे। 11 बजने तक रोड दोनों तरफ से जाम किया जा चुका था। आज चंडीगढ़ से आएंगे गन्ना कमिश्नर, किसानों से दोबारा होगी मीटिंगकिसानों से मीटिंग के बाद डीसी ने बताया कि वे दो दिन से किसानों व सरकार के संपर्क में हैं। सरकार ने बीते दिन ही गन्ने का भाव 15 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाने का एलान किया था जिसे किसानों ने नामंजूर कर दिया है। किसान 400 रुपये प्रति क्विंटल दाम बढ़ाने की मांग पर अड़े हैं।। शनिवार सुबह चंडीगढ़ से गन्ना कमिश्नर भी आ रहे हैं। उनके आते ही किसान नेताओं से पुन: बातचीत की जाएगी। कैप्टन सरकार भी मोदी की तरह किसान विरोधी : किसान
किसान नेताओं ने धरने के दौरान कहा कि पंजाब की कैप्टन सरकार मोदी सरकार की तरह किसान विरोधी है। साढ़े चार साल से गन्ने की कीमत में एक रुपया भी नहीं बढ़ाया गया जबकि हरियाणा में गन्ने के भाव 358 रुपये प्रति क्विंटल दिए जा रहे हैं। गन्ने का भाव 400 रुपये प्रति क्विंटल करने व गन्ना मिलों की तरफ बकाया राशि 200 करोड़ रुपये जारी करने की मांग की। धरने में ये किसान संगठन हुए शामिल
धरने में दोआबा किसान संघर्ष कमेटी, जमहूरी किसान सभा, दोआबा किसान यूनियन, गन्ना संघर्ष कमेटी दसूहा, भारतीय किसान यूनियन राजेवाल, भारतीय किसान यूनियन सिरसा, भारतीय किसान यूनियन कादियां, किरती किसान यूनियन, भारतीय किसान यूनियन सिद्धूपुर, पगड़ी संभाल जट्टा हरशे मानसर व अन्य कई किसान संगठन शामिल हुए। —————————————————- -नौ ट्रेनों का रद करना पड़ा, 26 ट्रेनें हुई प्रभावित
-अधिकतर बसों को नहीं चलाया जा सका, देर रात तक जारी रहा धरना
-रक्षा बंधन से दो दिन पहले लुधियाना, चंडीगढ़ व दिल्ली जाने वाले यात्री हुए परेशान
-35 डिग्री तापमान में हाईवे पर जाम में फंसे रहे हजारो लोग
-प्रशासनिक अधिकारियों से बैठक में नहीं बनीं मांगों पर सहमति
-पंजाबभर से 32 किसान संगठनों ने दिया है धरना, पंजाब का हर रोड जाम करने की चेतावनी
———————————————————
इन ट्रेनों को किया रद
अमृतसर-मुंबई के मध्य चलने वाली ट्रेन संख्या 02904, अमृतसर-देहरादून के मध्य चलने वाली ट्रेन संख्या 04664, जम्मूतवी-हावड़ा 02332, जम्मूतवी पुणे 01078, वैष्णो देवी कटरा-न्यू दिल्ली 02462, होशियारपुर-दिल्ली 04012, जम्मूतवी-बाड़मेर 04662, जम्मूतवी-गुवाहाटी 05654 और अमृतसर-चंडीगढ़ 04562 को रद किया गया। इनको किया शार्ट टर्मिनेट
सहरसा से आ रही ट्रेन संख्या 04687 को लुधियाना में शार्ट टíमनेट किया गया। चंडीगढ़ से अमृतसर आ रही ट्रेन संख्या 04541 को भी लुधियाना, नई दिल्ली-अमृतसर व नई दिल्ली-जालंधर एक्सप्रेस भी लुधियाना में शार्ट टíमनेट की गई। रूट बदलकर चलाया
अमृतसर-नई दिल्ली, अमृतसर-नई दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन, अमृतसर तिनसुकिया एक्सप्रेस और श्री वैष्णो देवी कटरा न्यू दिल्ली के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को वाया नकोदर, फिल्लौर, लुधियाना चलाया गया। जम्मू-तवी वाराणसी 02238 को वाया जालंधर, लोहिया खास, नकोदर, लुधियाना चलाया गया। अमृतसर आ रही पश्चिम एक्सप्रेस, सचखंड स्पेशल एक्सप्रेस व सहरसा से आ रही ट्रेन को वाया लुधियाना फिल्लौर नकोदर चलाया गया। अमृतसर-हावड़ा एक्सप्रेस को रात 10:30 बजे और अमृतसर बिलासपुर एक्सप्रेस को रात 10 बजे चलाया गया। ढाई घंटे सिटी स्टेशन पर ही खड़ी रहीं शान-ए-पंजाब
शान-ए-पंजाब एक्सप्रेस शाम 4:22 पर जालंधर सिटी रेलवे स्टेशन पहुंच गई थी, लेकिन ढाई घंटे तक ट्रेन को जालंधर सिटी रेलवे स्टेशन पर ही खड़ा रखना पड़ा। इसके बाद डीजल पावर लगाकर ट्रेन को नकोदर लोहिया के रास्ते लुधियाना भेजा गया।
——————————–
लुधियाना, चंडीगढ़ व दिल्ली जाने वाले यात्री हुए परेशान
जालंधर से लुधियाना, चंडीगढ़ व दिल्ली के लिए बस सर्विस पूरी तरह से प्रभावित हो गई। बसों को वाया आदमपुर और जंडियाला होते हुए फगवाड़ा तक लाया गया। चंडीगढ़ से आने वाली बसें फगवाड़ा से मेहटियाना व आदमपुर होते हुए जालंधर पहुंची। कुछ बसों को फगवाड़ा से वाया जंडियाला जमशेर होते हुए जालंधर लाया गया। धरने के कारण पुलिस की तरफ से बीएसएफ चौक में बैरिकेडिग कर देने के चलते कोई भी बस आगे नहीं बढ़ पाई, जिस वजह से बस स्टैंड के भीतर बसों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया। जालंधर से शहर के भीतर से होते हुए नकोदर, मोगा, कपूरथला, पठानकोट, अमृतसर व बटाला के लिए बसों का संचालन शुरू किया गया जिससे शहर के भीतर की ट्रैफिक व्यवस्था गड़बड़ा गई। गुरु नानकपुरा का वैकल्पिक मार्ग भी भारी वाहनों के आवागमन के चलते प्रभावित हुआ और वहां जाम लगा।
दिल्ली से 3:30 घंटे देरी से पहुंची बस
बसों को हाईवे से उतरकर लिक रोड से होते हुए पहुंचना पड़ा। जालंधर बस स्टैंड पर दिल्ली से पहुंची हरियाणा रोडवेज की एक बस के स्टाफ के मुताबिक किसानों के धरने के चलते जालंधर पहुंचने में साढे़ 11 घंटे लग गए। सामान्य दिनों में 8 घंटे लगते हैं। वोल्वो बसों को जालंधर में ही रोका गया
चंडीगढ़ से जालंधर होते हुए अमृतसर, बटाला की तरफ जाने वाली वोल्वो बसों को जालंधर में ही रोक दिया गया। चंडीगढ़ से चलने के बाद फगवाड़ा पहुंचकर बस को होशियारपुर रोड पर भेज दिया गया और वहां से आदमपुर होते हुए वापस जालंधर तक पहुंचे। इस दौरान लगभग दो घंटे का अतिरिक्त समय निकल गया जिस वजह से बस का बटाला का काउंटर टाइम मिस हो गया। इस वजह से बस को जालंधर में ही रोकना पड़ा।



