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जालंधर में डेरा बाबा मुराद शाह समर्थकों का प्रदर्शन:पंजाबी गायक गुरदास मान पर केस दर्ज होने के बाद जाम किया रोड; लाडी शाह को अपशब्द कहने वाले पर कार्रवाई की मांग

मशहूर पंजाबी गायक गुरदास मान पर केस दर्ज होने के बाद नकोदर स्थित डेरा बाबा मुराद शाह समर्थक सड़कों पर उतर गए हैं। नकोदर में रोड जाम करते हुए उन्होंने डेरे के गद्दीनशीन रहे लाडी शाह को अपशब्द कहने वाले सिख नेता परमजीत अकाली पर केस दर्ज करने की मांग की है। इस संबंध में उन्होंने पहले नकोदर पुलिस को शिकायत भी दी थी। इसके बावजूद पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की। सिख नेता परमजीत अकाली के बयान पर ही गुरदास मान के खिलाफ केस दर्ज हुआ है।

प्रदर्शन के दौरान सिख नेता ने कहे थे अपशब्द
गुरदास मान ने डेरा बाबा मुराद शाह के गद्दीनशीन रहे लाडी शाह को श्री गुरु अमरदास जी का वंश बता दिया था। जिसका सिख संगठनों ने विरोध किया। 4 दिन तक वह नकोदर पुलिस थाना व जालंधर रुरल पुलिस के SSP के ऑफिस में धरना देते रहे। पुलिस जांच की बात कहती रही तो उन्होंने जालंधर-दिल्ली नेशनल हाइवे जाम कर दिया। नकोदर डेरा समर्थकों का आरोप है कि इसी दौरान परमजीत सिंह अकाली ने डेरे के लाडी शाह जी को अपशब्द कहे। जिससे उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।

माफी मांगने के बाद हुआ था गुरदास पर केस
पंजाबी गायक गुरदास मान नकोदर के डेरा बाबा मुराद शाह ट्रस्ट के चेयरमैन हैं। अगस्त के सालाना मेले के दौरान स्टेज से उन्होंने लाडी शाह को गुरु अमरदास जी का वंश बता दिया था। इसकी वीडियो वायरल हुई तो सिख संगठनों ने गुरु का अपमान बताया। हालांकि विवाद बढ़ने पर गुरदास मान ने हाथ जोड़ व कान पकड़कर माफी मांग ली। उन्होंने कहा कि उनका मकसद सिर्फ एक ही बात कहनी थी कि लाडी शाह जी व गुरु अमरदास जी भले परिवार से संबंधित हैं। वह कभी भी गुरु का अपमान नहीं कर सकते। इसके बावजूद सिख संगठन अड़े रहे और पुलिस को धार्मिक भावनाओं को आहत करने का केस दर्ज करना पड़ा।

मान पर केस दर्ज तो अकाली पर क्यों नहीं?
डेरा समर्थकों ने कहा कि अगर गुरदास मान ने कुछ गलत कहा तो उनके खिलाफ केस दर्ज हो गया। अब अगर उनके गुरु, पीर व मुर्शिद लाडी शाह जी के खिलाफ अपशब्द कहे गए तो पुलिस उन पर भी केस दर्ज करें। पुलिस को मामले की जांच करनी है तो बाद में करती रहे लेकिन हमें FIR की कॉपी दे। समर्थकों ने कहा कि गुरदास मान ने उनका सिर्फ भल्ला गोत्र बताया था, इसके बावजूद इसे धार्मिक रंगत दी गई।

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