
चंडीगढ़/जालंधर। Punjab Farmers Protest गन्ने का न्यूनतम समर्तन मूल्य 400 रुपये करने की मांग को लेकर जालंधर में दिल्ली नेशनल हाईवे और रेलवे ट्रैक पर किसानों का धरना जारी रहेगा।चंडीगढ़ में रविवार को सहकारिता मंत्री खुखजिंदर सरकारिया के साथ किसानों की बैठक बेनतीजा रही है। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल पत्रकारों से बात करते हुए। उन्होंने कहा कि आज की बैठक बेनतीजा रही। किसानों का कहना है कि किसानों का लागत 388 रुपये बनती है। सरकार इए अभी नहीं मान रहीं है। कल किसान संगठन और सरकार के एक्सपर्ट की जालंधर में बैठक होगी। ढलेवाला ने कहा कि धरना जारी रहेगा। अगर सरकार किसानों की बात नहीं मानती तो पूरे पंजाब की सड़कें जाम की जाएंगी। ढलेवाला ने कहा कि किसानों के बकाया 200 करोड़ पर फैसला हो गया है। प्राइवेट मिले 15 दिन के भीतर और सहकारी मिले सितंबर के पहले सप्ताह में बकाया का भुगतान कर देंगे।
इधर, मांगें न माने जाने पर किसानों ने धरना लंबा खींचने की तैयारी कर रखी है। किसानों की रविवार दोपहर पंजाब भवन चंडीगढ़ में सहकारिता मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा के साथ बैठक है। इसी पर निर्भर करेगा कि किसान नेशनल हाईवे और रेलवे ट्रैक से धरना उठाते हैं या जारी रखते हैं।
इधर, किसानों ने रेलवे ट्रैक के पास करीब एक दर्जन अस्थाई शौचालय तैयार करवाए हैं। गर्मी और बरसात से बचाव के भी इंतजाम किए हैं। दिल्ली-अमृतसर नेशनल हाईवे पर धरनास्थल पर पंडाल में बड़े पंखे व कूलर लगाए गए हैं। बरसात से बचाव के लिए मंच को वाटर प्रूफ तिरपाल से कवर किया गया है। कुछ ट्रालियों पर तिरपाल डाल कर सोने की व्यवस्था की गई है। भारतीय किसान यूनियन (दोआबा) के प्रधान मनजीत सिंह राय ने कहा कि धरनास्थल अब किसानों का दूसरा घर बन गया है। शुक्रवार को एक किसान का जन्मदिन भी मनाया गया था।
महिलाओं ने बांधी राखी




