
नकोदर विधानसभा क्षेत्र के तहत आते गांव चूहड़ में अकाली दल के कार्यक्रम में गोली चलने का मामला प्रकाश में आया है। इस गोलाबीरी की घटना में एक युवक के घायल होने की सूचना है। गोली की घटना ने पुलिस प्रशासन की कार्रवाई पर सवालिया निशान लगा दिया है क्योकि पुलिस प्रशासन चुनावी कोड लगने से पहले ही वैपन जमा करबाने के आदेश जारी करता आया है जिसके वावजूद वैपन कहा से निकल रहे है ?
घायल को तुरंत प्रभाव से नकोदर के सिविल अस्पताल में पहुंचाया गया है। जिसे गोली लगी है उस व्यक्ति की पहचान चूहड़ गांव के ही सरबजीत सिंह पुत्र परगण सिंह के रूप में हुई है। गोली लगने से सरबजीत की हालत गंभीर बनी हुई है और चिकित्सक उसके इलाज में जुटे हुए हैं। अराजक तत्वों ने सरबजीत के मुंह पर गोली मारी है। उसकी हालत ठीक न होने पर सिविल अस्पताल नकोदर से उसे एक जालंधर में एक निजी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया है।
गोलीबारी घटना को सुनकर नकोदर पुलिस भी तुरंत प्रभाव से हरकत में आ गई है। डीसपी लखबिन्दर सिंह, एसएचओ सिटी कृपाल सिंह और एसएचओ सदर परमिंदर सिंह पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए हैं और गोलीकांडस की जांच में जुट गए हैं। बहरहाल गोली किसने चलाई थी पुलिस इसका खुलासा नहीं कर रही है और न ही गोली चलाने वाले अराजक तत्वों का ही अभी तक पता चल पाया है।
प्रतिबंध के बावजूद वडाला कर रहे थे जनसभा
चुनाव आयोग के प्रतिबंधों को हमारा सियासत दान कितनी गंभीरता से लेते हैं ओर पुलिस से लेकर प्रशासन तक अधिकारी अपनी ड्यूटी कितनी तन्मयता से निभाते हैं इसका अंदाजा गांव चूहड़ में चल रही जनसभा से लगाया जा सकता है। जिस स्थान पर नकोदर के गांव में गोली चली है वहां पर अकाली दल के प्रत्याशी गुरप्रताप सिंह वडाला जनसभा को संबोधित कर रहे थे। एक तरफ कोरोना महामारी उसकी गाइडलाइन दूसरी तरफ भारी भीड़ जुटाकार सारे नियम तोड़े जा रहे हैं। ऐसा नहीं है कि जो आयोग के आदेशों के बावजूद जनसभाएं, रैलियां हो रही हैं उनकी जिला के अधिकारियों को पता नहीं है। सब पता है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं करता है।
खूनी में बदलने लगी चुनावी जंग:जालंधर वेस्ट में रिकूं के कार्यकर्ता को बेल्ट से पीटा, हमलावरों ने जाते-जाते सिर पर मारी ईंट
जालंधर वेस्ट में चुनावी जंग खूनी जंग में बदलनी शुरू हो गई है। विधायक और जालंधर वेस्ट से कांग्रेस से कांग्रेस के प्रत्याशी सुशील रिंकू का एक कार्यकर्ता पोस्टर लगाकर दफ्तर की तरफ लौट रहा था कि रास्ते में उसे पर मोटरसाइकिल सवार दो युवकों ने हमला कर दिया।
सिविल अस्पताल जालंधर में अपनी चोटों पर मरहम पट्टी करवाने आए गोपाल नगर निवासी राहुल ने बताया कि वह सुशील रिकूं के पोस्टर लगा रहा है। वह पोस्टर लगाने के बाद विधायक सुशील रिंकू के दानिशमंदा स्थित दफ्तर में अपने साथियों के साथ लौट रहा था तो बाबू जगजीवन राम चौक के पास जाते समय दो लड़कों जो कि मोटरसाइकिल पर सवार थे ने कोट सदीक का रास्ता पूछा। राहुल ने कहा कि उसने उन्हें कोट सदीक का रास्ता बता दिया। लेकिन थोड़ी ही देर बाद दोनों बाइक सवार उसके पास फिर से आ गए। पूछने लगे कि तेरे हाथ में किस के पोस्टर है औऱ तुम किस के पोस्टर लगा रहे हो।
राहुल ने कहा कि जैसे ही उसने विधायक सुशील रिंकू का नाम लिया तो उन्होंने मुझे पीटना शुरू कर दिया। दोनों युवकों ने बेल्टें निकाल ली तो उसके साथ वाले सारे भाग गए। वह अकेला वहां रह गया। दोनों बाइक सवार युवकों ने बेल्टों से उसे बुरी तरह से पीटा। इसके बाद जब वह जाने लगे तो एक युवक ने पास में पड़ी ईंट जाते-जाते उसके सिर पर दे मारी। ईंट सिर पर लगने से राहुल को गहरी चोट लगी है और चिकित्सकों ने टांके लगाए हैं। राहुल के हाथ पर भी चोटें लगी हैं। राहुल ने बताया कि उसे हमलावरों की पहचान नहीं है। वह मारपीट करने के तुंरत बाद वहां से फरार हो गए। जैसे ही रिंकू के दफ्तर में इस घटना का पता चला तो सारे कार्यकर्ता मौके पर इकट्ठे हो गए।
विधायक ने आयोग को की शिकायत
विधायक सुशील रिंकू ने उसके कार्यकर्ता पर हुए हमले का कड़ा संज्ञान लिया है। उन्होंने पुलिस प्रशासन के साथ-साथ चुनाव आयोग की भी इसकी शिकायत की है। विधायक सुशील रिंकू ने कहा कि यह सब विरोधियों का किया धरा है। हार को देखकर कुछ लोग दहशत फैलाकर वोट हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन वह अपने मंसूबों में कामयाब नहीं होंगे। उन्होंने कहा है कि पुलिस को जल्द हमलावरों की पहचान कर उन्हें पकड़ने के लिए कहा गया है। विधायक ने कहा कि इस घटना के बारे में उन्होंने चुनाव आयोग को भी सूचित किया है ताकि चुनाव के दौरान दोबारा भविष्य में ऐसा न हो सके। विधायक की शिकायत के बाद पुलिस भी चौकन्नी हो गई है।




