अमृतसरकपूरथला / फगवाड़ागुरदासपुरचंडीगढ़जालंधरपंजाबपटियालाफिरोज़पुरराजनीतिराष्ट्रीयलुधियानाहरियाणाहिमाचलहोशियारपुर

Punjab Election 2022: केपी से फिर धोखा अंतिम क्षणों में फिर कटी टिकट:नामांकन करने पहुंचे को मैसेज आया नॉमिनेशन कोटली ही फाइल करेंगे, KP उल्टे पांव घर लौटे

Punjab Election 2022 आदमपुर से प्रत्याशी को लेकर ही कांग्रेस में भारी असमंजस की स्थिति समाप्त हो गई है। सुखविंदर कोटली ही कांग्रेस के प्रत्याशी होंगे। टिकट की आस लगाए बैठे पूर्व सांसद मोहिंदर केपी की उम्मीद मंगलवार को नामांकन के अंतिम दिन टूट गई।

जालंधर। कांग्रेस के पूर्व सांसद व कैबिनेट मंत्री मोहिंदर सिंह केपी की सियासत विधानसभा चुनाव में फिलहाल खत्म हो गई है। उनके साथ कांग्रेस ने बड़ा खेल खेला है। केपी को नामांकन पत्र भरने के लिए नगर निगम दफ्तर बुलाया गया। वह नामांकन भरने का इंतजार कर रहे थे लेकिन तभी अंदर से बाहर बुला लिया गया। दूसरी तरफ उनसे पहले नामांकन केंद्र पर नामांकन करने पहुंचे सुखविंदर कोटली बाहर ही इंतजार करते रहे। जब तक उन्हें पता चला कि केपी नहीं वह ही कांग्रेस की तरफ से नामांकन भरेंगे, तब तक केवल आधा घंटा ही बचा था। उन्होंने दौड़ लगाकर अपना नामांकन पत्र भरा। 

इससे पहले केपी के नामांकन पत्र भरने के लिए पहुंचने पर कोटली के समर्थकों में खासी निराशा छा गई थी। फिर, 10 मिनट बाद जब कोटली के हाथ में पार्टी का सिंबल का पत्र आया तो वह भागते हुए नामांकन केंद्र के अंदर गए। कोटली नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए पांच मिनट पहले ही पहुंचे। 

केपी बोले- पार्टी ने उनके साथ अच्छा नहीं किया

एक तरफ कोटली नामांकन केंद्र के अंदर गए तो दूसरी तरफ केपी नामांकन केंद्र से परिवार के साथ चुपचाप बाहर निकल गए। बाहर निकलते समय केपी ने कहा कि पार्टी ने उनके साथ अच्छा नहीं किया। अगर नामांकन पत्र के लिए सिंबल नहीं देना था तो उन्हें नामांकन केंद्र तक क्यों भेजा।

समयसीमा खत्म होने से आधे घंटे पहले नामांकन पत्र भरने के लिए दौड़ लगाते हुए आदमपुर से कांग्रेस उम्मीदवार सुखविंदर कोटली।

बता दें कि विधानसभा हलका आदमपुर से प्रत्याशी को लेकर ही कांग्रेस में घमासान मचा हुआ था। एक तरफ यह बात फैलाई जा रही है कि कांग्रेस पार्टी की तरफ से सुखविंदर कोटली से टिकट वापस लेकर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष महेंद्र सिंह केपी को आदमपुर से प्रत्याशी बना दिया गया है तो दूसरी तरफ पहले घोषित प्रत्याशी सुखविंदर कोटली ने कहा है कि अभी तक पार्टी ने उन्हें ऐसी कोई अधिकारिक सूचना ही नहीं दी है।

आदमपुर से कांग्रेस के प्रत्याशी घोषित किए जा चुके सुखविंदर कोटली ने कहा है कि अगर मोहिंदर सिंह केपी के पास पार्टी का अथॉरिटी लेटर है तो वह इसे सार्वजनिक करें और नामांकन दाखिल कर दें। आज नामांकन दाखिल करने का अंतिम दिन था। सुखविंदर कोटली ने कहा है कि वह भी नामांकन दाखिल करने की तैयारी कर रहे हैं। अगर कांग्रेस महिंदर सिंह केपी को अथॉरिटी लेटर दे चुकी है तो फिर महेंद्र सिंह केपी को नामांकन दाखिल करने में कोई गुरेज नहीं करना चाहिए। महिंदर सिंह केपी आदमपुर विधानसभा हलके से पिछला चुनाव अकाली प्रत्याशी पवन कुमार टीनू से हार चुके हैं।

केपी के घर जाकर करूंगा बात

आदमपुर से कांग्रेस के प्रत्याशी सुखविंदर सिंह ने नामांकन फाइल करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि वह मोहिंदर सिंह केपी वरिष्ठ कांग्रेस नेता है। वह उनके बड़े भाई की तरह है। यहां से वह मोहिंदर सिंह केपी के घर पर जाएंगे। उनके साथ बातचीत करेंगे और उन्हें अपने क्षेत्र में काम करने के लिए कहेंगे। उनसे जब मोहिंदर सिंह केपी के बगावत करने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह ऐसा क़तई नहीं करेंगे। वह कांग्रेस के वरिष्ठ एवं वफादार सिपाही हैं। वह उनकी विधानसभा चुनाव में मदद जरूर करेंगे। टिकट के सवाल पर कहा कि यह निर्णय हाईकमान ने लिया है। उस पर वह कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते। बल्कि कहना चाहते हैं कि कांग्रेस कमेटी ने एक गरीब तबके के व्यक्ति को चुनावी दंगल में उतारा है।

बता दें कि सुबह नामांकन के आखिरी दिन कांग्रेस ने सुखविंदर सिंह कोटली की टिकट रद्द कर मोहिंदर सिंह केपी को चुनावी अखाड़े में उतार दिया था। उधर टिकट कटने के बाद कोटली ने आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने की तैयारी कर ली थी। लेकिन दोपहर को फिर से सारा सिनेरियो बदल गया और कांग्रेस कोटली से नामांकन दा्खिल करवा दिया।

अब आदमपुर सीट पर अब कोटली का मुकाबला शिरोमणि अकाली दल के निवर्तमान विधायक पवन कुमार टीनू से होगा। दोनों ही नेताओं की बैकग्राउंड बहुजन समाज पार्टी से है। गौरतलब है कि केपी टिकट कटने के बाद एक बार पार्टी को अलविदा कहने का मन बना चुके थे। उन्होंने निर्दलीय चुनाव में उतरने की भी घोषणा कर दी थी। राहुल गांधी की पंजाब में वर्चुअल रैली के दौरान जालंधर में केपी भी उनके साथ मंच सांझा करते दिखे थे। उसी समय कयास लग रहे थे कि उन्हें मना लिया गया है, लेकिन टिकट पर संशय बरकरार था।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

You cannot copy content of this page