
जालंधर शहर से सीनियर अकाली नेता और 2 बार सीनियर डिप्टी मेयर रहे कमलजीत सिंह भाटिया फिर से प्रधान सुखबीर बादल से नाराज हैं और पार्टी छोड़ने का मन बना चुके हैं। 35 साल से अलग-अलग पदों पर सेवाएं दे चुके हैं। उनका मानना है कि सुखबीर बादल पंजाब के मुद्दों को उठाने में फेल रहे हैं और सीनियर नेताओं को इग्नोर कर चहेतों को मौका दिया जा रहा है। स्टेट कार्यकारिणी में जगह और विधानसभा चुनाव में सेंट्रल से टिकट न मिलने पर पार्टी से दूरी बना ली थी लेकिन बादल उन्हें मनाने में कामयाब रहे थे।
भाटिया ने कहा कि आप सहित कांग्रेस और बीजेपी भी संपर्क में है। यहां तक कि बीबी जगीर कौर का भी पिछले दिनों फोन आया था। किस पार्टी में जाएंगे उसका फैसला 2-3 दिन में किया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि अकाली दल के मौजूदा 20-25 पदाधिकारियों के साथ पार्टी को छोड़ कर ही आगे बढ़ेंगे। इसके साथ ही साफ किया कि निगम चुनाव में आजाद प्रत्याक्षी के रूप में भी मैदान में उतर सकते हैं।
3 या 4 दिन में सियासी दलों में उथल-पुथल के आसार
शनिवार को बस्तियात क्षेत्र से अकाली नेता मनजीत टीटू ने कांग्रेस का हाथ थामा है और अब भाटिया भी अंदरखाते कांग्रेसियों के संपर्क में चल रहे है। बताया जा रहा है कि अकाली दल के कई नेता और बीजेपी के वर्कर भी कांग्रेस जॉइन कर सकते हैं। जिला शहरी अकाली दल के प्रधान कुलवंत सिंह मन्नण ने कहा कि कमलजीत भाटिया हमारे सीनियर हैं। उनके साथ संपर्क किया जा रहा है।
भाजपा की जिला इकाई बदली तो लौट सकते हैं नेता
आप में भाजपा के जो नेता गए थे उन्होंने जिला इकाई से नाराजगी जताई थी। भाजपा में पुनर्गठन की प्रक्रिया चल रही है। ऐसे में वरिष्ठ नेताओं का ग्रुप इस बात से इत्तेफाक रखता है कि अगर जिला इकाई में बदलाव किया तो नेता वापस आ सकते हैं। वहीं, रामा मंडी में अकाली नेता बिट्टू खुलकर आप में नजर आ रहे हैं। उनके अलावा अकाली दल के जो उम्मीदवार 2017 के चुनाव में थे वे आप में भविष्य तलाश रहे हैं।