
Jalandhar- : मीडिया कर्मी रवि गिल सुसाइड केस में पुलिस ने पत्रकार राजेश कपिल, कीर्ति गिल, उसके भाई शुभम गिल और गोरा को 3 दिन के रिमांड पर लिया है। फिलहाल कीर्ति गिल, उसका भाई शुभम और गोरा सिविल अस्पताल में ही दाखिल है जिस कारण उनसे पूछताछ नहीं हो पाई है। हलांकि पुलिस ने तीनों के मोबाइल अपने कब्जे में लेकर जांच करनी शुरू कर दी है।थाना नई बारादरी की पुलिस ने मंगलवार को राजेश कपिल का सिविल अस्पताल से मेडिकल करवाया। राजेश को माननीय अदालत में पेश करके 3 दिन के रिमांड लिया गया है। थाना नई बारादरी के प्रभारी रविंदर कुमार ने कहा कि बाकि के 3 लोग भी तीन दिन के रिमांड पर है। अगर डॉक्टर उनसे पूछताछ की अनुमति देते हैं इलाज दौरान उनसे पूछताछ होगी और अगर तीन दिनों के बाद वह डिस्चार्ज होते हैं तो माननीय अदालत से उनका और रिमांड मांगा जाएगा। पुलिस ने राजेश कपिल का मोबाइल भी कब्जे में लिया हुआ है। राजेश से पुलिस रवि गिल की सुसाइड को लेकर पूछताछ में जुटी हुई है। हाल ही में पुलिस ने राजेश के खिलाफ एस.सी.एस.टी. एक्ट की धारा जोड़ी थी।
बता दें कि 18 अगस्त को सांझा टी.वी नाम का पोर्टल चलाने वाले रवि गिल निवासी ऋषि नगर ने शास्त्री मार्कीट चौक पर स्थित सिटी हब होटल में जहरीला पदार्थ निगल कर खुदकुशी कर ली थी। रवि से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ था जिसमें उसने कीर्ति गिल, उसके भाई शुभम गिल, गोरा और पत्रकार राजेश को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया था। रवि के भाई राम ने आरोप लगाए थे कि कीर्ति ने पहले तो रवि का पैसों के लिए इस्तेमाल किया और बाद में रवि का तलाक करवा कर खुद शादी करवाने से मुकर गई। रवि ने जब अपने पैसे मांगे तो उनमें विवाद हुआ। उसके बाद कीर्ति, शुभम, गोरा और राजेश उसे धमकियां देते थे व ब्लैकमेल करते थे।
थाना नई बारादरी में इन सभी के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर लिया था। नामजद हुए लोगों की गिरफ्तारियों की लेरकर पीड़ित पक्ष ने पहले भगवान वाल्मीकि चौक पर धरना दिया था और बाजार बंद करवा दिया था लेकिन अगले ही दिन पुलिस ने उन्हें कीर्ति और शुभम की गिरफ्तारी होने का झूठ बोल कर अंतिम संस्कार करवा दिया। मामला तब भड़क गया जब कीर्ति, शुभम और गोरा एक साथ लुधियाना हाईवे पर जहरीला पदार्थ निगल कर फेसबुक पर लाइव हो गए। जैसे ही रवि के परिजनों को पता लगा तो उन्होंने भूरमंडी के सामने धरना लगा कर हाईवे जाम कर दिया।
पीड़ित पक्ष ने करीब दो घंटों तक हाईवे जाम रखा था। मौके पर खुद सी.पी. चहल ने पहुंच कर गिरफ्तार हुए लोगों की तस्वीरें दिखा कर उन्हें शांत किया और धरना उठवा लिया था।
पीड़ित पक्ष ने यह भी मांग की थी कि जिन-जिन अधिकारियों ने उनसे गिरफ्तारियों को लेकर झूठ बोला है, उनके खिलाफ भी कारवाई की जाए और पत्रकार को भी गिरफ्तार किया जाए।