मुख्यमंत्री के दौरे से पहले कर्मचारी नेता नजरबंद:घर से पुलिस लेकर पहुंची दफ्तर; प्रशासन को सता रही खलल की चिंता
अरविंद केजरीवाल-भगवंत मान आज जालंधर में:दोनों CM से मीटिंग के लिए उद्योगपतियों ने कसी कमर; खेल यूनिवर्सिटी-इंस्पेक्टरी राज-नए फोकल पॉइंट पर घेरेंगे

अभी तक नहीं खुली खेल यूनिवर्सिटी
खेल उद्योग से जुड़े उद्योगपतियों का कहना है कि विधानसभा चुनाव के दौरान भी भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल ने उद्योगपतियों से मुलाकात की और विजन डाक्यूमेंट तैयार करने के लिए उनसे सुझाव मांगे थे। इसी दौरान आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने जालंधर की खेल इंडस्ट्री को बूस्ट करने के लिए यहां पर खेल यूनिवर्सिटी खोलने की गारंटी दी थी। लेकिन वह अभी तक नही खुल पाई है।
उद्योगपतियों का कहना है कि सरकार ने वादा किया था कि राज्य में इंस्पेक्टरी राज खत्म कर दिया जाएगा। लेकिन वह आज भी वैसे ही चल रहा है। जीएसटी की छापेमारी का क्रम लगातार जारी है। वैट का मुद्दा अब भी जस का तस है। वन टाइम सेटलमेंट पॉलिसी का आश्वासन दिया था लेकिन उसमें कोई प्रगति नहीं हुई। अब भी उद्योगपतियों को वैट के पुराने खातों के नोटिस मिल रहे हैं।
पीपीसीबी भी वन टाइम सेटलमेंट पॉलिसी जारी करे
उद्योगपतियों का कहना है कि उद्योगों में उन्हें प्रदूषण नियंत्रण विभाग से मंजूरी लेने के लिए बार-बार धक्के खाने पड़ते हैं। उद्यमियों का कहना है कि सरकार प्रदूषण नियंत्रण विभाग में भी वन टाइम सेटलमेंट पॉलिसी लागू करे। इसके अलावा जो रेड कैटेगरी के जो उद्योग हैं उनके लिए अलग से इंडस्ट्रियल एरिया डेवलप करे। हालांकि नकोदर रोड पर जो जमीन देखी गई थी उस पर उद्योगपति सहमत नहीं थे।
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पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जालंधर दौरे में प्रशासन को खलल पड़ने की चिंता सता रही है। दोनों मुख्यमंत्री बजट से पूर्व उद्योगपतियों से मुलाकात करेंगे और बजट के लिए उनके सुझाव और मांगों को सुनेंगे। उससे पहले ही सरकार ने विभिन्न विभागों के कर्मचारी नेताओं को उनके घरों में ही कैद करके नजरबंद कर दिया है।प्रशासन को शक था कि कर्मचारी नेता अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के दौरे में खलल डाल सकते हैं। इससे पहले ही एहतियातन पुलिस प्रशासन ने सरकार के आदेश पर सभी कर्मचारी यूनियनों के नेताओं को घरों में बंद कर दिया है। सर्व शिक्षा अभियान नान टीचिंग स्टाफ यूनियन के प्रधान शोभित ने बताया कि वह दफ्तर के लिए निकलने वाले थे कि उससे पहले ही पुलिस उनके घर पर पहुंच गई।
कर्मचारी नेता नहीं जा सके दफ्तर
पुलिस ने उन्हें दफ्तर नहीं जाने दिया और कहा कि आपको मुख्यमंत्री के दौरे को मद्देनजर रखते हुए हाउस अरेस्ट किया गया है। आपके विभाग को आपके बारे में सूचना दे दी गई है। आज आप ऑफिस नहीं जा पाएंगे। उन्होंने कहा हालांकि उनका आज कोई विरोध प्रदर्शन का भी कोई कार्यक्रम नहीं था। उन्होंने कहा कि सरकार कर्मचारियों की मांगों को पूरा करने की बजाय अपने विरोध से डर रही है।
दफ्तर ले जाकर बाहर बैठा दी पुलिस
कर्मचारी नेता शोभित भगत ने फोन पर बताया कि पहले उन्हें घर पर नजरबंद किया गया था। उन्होंने मौके पर घर में मौजूद पुलिस के अधिकारियों को कहा कि आप उन्हें ड्यूटी पर जाने से कैसे रोक सकते हैं। इस पर पुलिस ने बताया कि वह कुछ नहीं कर सकते, ऊपर से ही आदेश हैं। शोभित ने कहा कि इस पर उन्होंने कहा कि वह अपने सीनियर अधिकारी से बात करवा दें।
इस पर घर में मौजूद पुलिस के अधिकारियों ने डीसीपी जगमोहन से फोन पर बात करवाई। शोभित ने कहा कि उन्होंने डीसीपी से कहा कि उन्हें सरकारी ड्यूटी पर जाने से किस कानून के तहत रोका जा रहा है। यदि उन्हें नजरबंद करना ही है तो वह दफ्तर में करें। घर में पुलिस भेज कर कैसे वह ऐसा कर सकते हैं। इस पर डीसीपी जगमोहन ने उन्हें ऑफिस पुलिस की मौजूदगी में भेजा और अब दफ्तर में भी नजरबंद करके रखा है।