
पिछले दिनों जालंधर में पिंक वाइन शॉप यानी महिलाओं के लिए अलग से ठेका खोलने को लेकर बड़ा बवाल हुआ था। लेकिन, एल-50 लाइसेंस लेने के लिए महिलाएं भी आवेदन कर रही हैं। इसके जरिये वे भी घर में दारू रखने के लिए अधिकृत हो जाएंगी। ऐसे में वे एक्साइज विभाग की तरफ से दिया जाने वाला एल-50 लाइसेंस ले रही हैं। इस लाइसेंस के जरिये कोई भी व्यक्ति घर में बार बनाने के साथ एक लिमिटेड मात्रा में दारू रख सकता है।
एल-50 लाइफ टाइम के लिए ज्यादातर सरकारी अफसर ही इसका इस्तेमाल करते हैं, क्योंकि उनके घरों में जब विजिलेंस और ईडी की रेड होती है तो अक्सर इंपोर्टेड और अंग्रेजी दारू पकड़ी जाती है। यह कहना भी गलत नहीं होगा कि एक्साइज विभाग के पर्चे से बचने के लिए इस लाइसेंस का इस्तेमाल किया जाता है। पंजाब सरकार की तरफ से नई एक्साइज पॉलिसी में अब लाइफ टाइम लाइसेंस के लिए फीस 20 हजार रुपए से घटाकर 10 हजार रुपए की है।इसके बाद लाइफ टाइम लाइसेंस लेने के लिए लोगों की एप्लीकेशन पहले से ज्यादा पहुंच रही है। हैरानी की बात है कि इनमें आईपीएस से लेकर बड़े घरों की महिलाएं और पॉलिटिशियंस भी शामिल हैं। एक्साइज विभाग ने जालंधर जिले को दो भागों जालंधर-1 और जालंधर-2 में बांटा है।
इन दोनों में करीब 38 महिलाओं के लाइफ टाइम एल-50 लाइसेंस बने हुए हैं। नई एक्साइज पॉलिसी में जब से सरकार ने फीस में कटौती की है, तब से अब तक एल-50 ईयरली से ज्यादा एल-50 लाइफ टाइम के आवेदन ज्यादा आ रहे हैं।
एक्साइज विभाग के नियम
एक्साइज विभाग के नियमों के मुताबिक एक व्यक्ति 2 बोतल व्हिस्की, 2 बोतल वाइन सहित एक पेटी बियर रख सकता है। इससे ज्यादा की परमिशन लेने के लिए एल-50 लेना अनिवार्य है। इसमें 4 पेटी बीयर, 3 पेटी व्हिस्की, 3 पेटी वाइन सहित इंपोर्टेड शराब भी रख सकते हैं। इस लाइसेंस का इस्तेमाल घर में पर्सनल बार के लिए भी हो सकता है।
अक्सर सरकारी अधिकारी किसी भी तरह की रेड से बचने के लिए अपने पास एल-50 ईयरली लाइसेंस लेते हैं, जिला बदलने के बाद वे दूसरे जिले से लाइसेंस बनवा लेते हैं, जिनकी वार्षिक फीस 2 हजार रुपए है। जबकि रिटायर्ड होने पर कई अधिकारी, पुलिस अफसर, आईएएस, आईपीएस या फिर बड़े बिजनेसमैन एल-50 लाइफ टाइम बनवाते हैं।