
पंजाब भाजपा का प्रधान बनने के बाद सुनील जाखड़ ने अनुशासनहीनता पर सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। जाखड़ ने होशियारपुर के गढ़शंकर में अपनी पार्टी के 4 नेताओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया है। दरअसल, इन नेताओं को पार्टी के सीनियर लीडर के खिलाफ बोलने की सजा मिली है। इनमें निमिषा मेहता 2022 में बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ चुकी हैं।
भाजपा से निकाले गए नेताओं में निमिषा मेहता और उनके समर्थकों दलविंदर सिंह ढिल्लों, कुलदीप सिंह और गुरप्रीत सिंह शामिल हैं। यह चारों नेता होशियारपुर के गढ़शंकर से हैं। आदेशों में लिखा गया है कि ये चारों भारतीय जनता पार्टी (BJP) के संविधान के अनुच्छेद 15 के अनुसार अनुशासन के उल्लंघन के दोषी हैं।
इस प्रकार अनुशासन समिति के परामर्श से प्रदेश अध्यक्ष के निर्णय के अनुसार, उन्हें पार्टी से निष्कासित किया जाता है। इसके साथ ही उन्हें यदि कोई जिम्मेदारी या कार्य सौंपा गया है तो उसे भी तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाता है।

जिला बैठक में भी किया दुर्व्यवहार
निमिषा मेहता के खिलाफ यह कार्रवाई हाल ही में जिला प्रभारी मोहन लाल सेठी की उपस्थिति में एक जिला स्तरीय बैठक में कथित दुर्व्यवहार के कारण की गई है। उन्होंने कथित तौर पर पूर्व राज्यसभा सदस्य अविनाश राय खन्ना के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया और आरोप लगाया कि उन्होंने चुनाव में उनके खिलाफ काम किया था। पार्टी ने मेहता और उनके समर्थकों दलविंदर सिंह ढिल्लों, कुलदीप सिंह और गुरप्रीत सिंह को निष्कासित कर दिया।
कांग्रेस छोड़ भाजपा में आई थी निमिषा मेहता
इन सभी चार नेताओं में से सबसे चर्चित नाम निमिषा मेहता, बाकि सभी उनके समर्थक हैं। निमिषा मेहता 2022 से पहले कांग्रेस पार्टी के साथ थी। 2022 विधानसभा चुनावों के समय गढ़शंकर हलके से कांग्रेस की टिकट की प्रबल दावेदार थी, लेकिन पार्टी ने अमरप्रीत लाली को टिकट दे दिया था।
निमिषा मेहता ने कांग्रेस पार्टी को छोड़ भाजपा को जॉइन कर लिया था। भाजपा ने निमिषा मेहता को गढ़शंकर से उम्मीदवार घोषित कर चुनावी मैदान में उतारा था। वे चुनाव हार गई थीं।