
पंजाब में लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। जालंधर से कांग्रेस के सांसद रहे संतोख सिंह चौधरी की पत्नी कर्मजीत कौर और हिमाचल कांग्रेस के सहप्रभारी तेजिंदर सिंह बिट्टू ने दिल्ली में भाजपा जॉइन कर ली है।
कर्मजीत कौर चौधरी जालंधर से लोकसभा टिकट की दावेदार थीं, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें दरकिनार कर पूर्व सीएम चरणजीत चन्नी को टिकट दे दी। चन्नी विधानसभा चुनाव में 2 सीटों से हारे थे।
खास बात यह है कि कर्मजीत कौर चौधरी के पति सांसद संतोख चौधरी की राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान निधन हुआ था। इसके बाद उपचुनाव में कांग्रेस ने कर्मजीत कौर को टिकट दी थी लेकिन वे आप के सुशील रिंकू से हार गईं थी। हालांकि अब सुशील रिंकू भी भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
इस मौके पर भाजपा के महासचिव विनोद तावड़े ने कहा- हम दोनों नेताओं का स्वागत करते हैं। बीजेपी को दोनों नेताओं से काफी ताकत मिली है।
कर्मजीत कौर बोली- मेरे परिवार ने समाज के सभी वर्गों के लिए काम किया
BJP जॉइन करने के बाद कर्मजीत कौर चौधरी ने कहा कि- मेरे परिवार ने एक दशक तक पंजाब और जालंधर की सेवा की। इस सेवा को देखते हुए आज बीजेपी ने मुझ पर विश्वास जताया है। मेरे परिवार ने हमेशा समाज के सभी वर्गों के लिए काम किया है और हमेशा करता रहेगा। मेरे ससुर गुरबंता सिंह महान दलित नेता थे और पंजाब की विधानसभा में 7 बार चुने गए। इस दौरान कई बार वह राज्य की सेवा के लिए मंत्री भी बने।
अनदेखी के चलते पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर हुए
उन्होंने कहा कि- वफादारी मेरे परिवार के खून में हैं। इसका प्रूफ पंजाब के लोग खुद हैं। मेरे पति ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जान की कुर्बानी दी थी। मेरे पति की जान जाने के बाद भी कांग्रेस द्वारा मेरे साथ अनदेखी की गई। 2 दशकों से ज्यादा मेरा परिवार कांग्रेस के लिए काम करता आया है। मगर कांग्रेस की अनदेखी के चलते हम पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर हो गए हैं। बीजेपी के इस मंच से मैं ये संकल्प करती हूं कि बीजेपी के साथ पंजाब के लोगों का भला किया जाएगा।
बिट्टू बोले- पंजाब बहुत पीछे चला गया था
तजिंदर सिंह बिट्टू ने कहा- पंजाब के लिए अब बहुत जरूरी हो गया है कि जो सरकार सेंटर में है, वो यहां पर भी काम करे। मैंने पंजाब के लिए ही बीजेपी में आने का फैसला लिया है। सिख समुदाय के लिए जितना बीजेपी ने किया, उनका किसी सरकार ने नहीं किया था। पिछली सरकारों की वजह से पंजाब बहुत पीछे चला गया था।
पंजाब को हर क्षेत्र में आगे ले जाने के लिए सिर्फ एक ही पार्टी नजर आ रही थी, वो बीजेपी है।