
पंजाब के जालंधर में पुलिस की गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया के गुर्गे से मुठभेड़ हुई। जिसमें दोनों तरफ से करीब 9 गोलियां चलीं। करीब 5 गोलियां बदमाश को लगीं। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।

जिसे इलाज के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बदमाश की पहचान कन्नू गुज्जर के रूप में हुई है।
जो नवांशहर के बलाचौर इलाके में छिपा हुआ था। पुलिस को सूचना मिली थी कि अपराधी ने जालंधर में हथियार छिपा रखे हैं।
जांच के दौरान आरोपी कन्नू गुज्जर से 8 अवैध पिस्तौल और करीब 55 जिंदा कारतूस व 8 खोल बरामद किए गए हैं। आरोपी के खिलाफ पंजाब में करीब 8 मामले दर्ज हैं।
बरामद हथियार से फायरिंग की
नवांशहर के बलाचौर इलाके पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद सीआईए स्टाफ टीम आरोपी को तुरंत जालंधर के 66 फुटी रोड पर लेकर आई। जहां आरोपी ने बताया कि उसके पास हथियार पड़े हैं। जब पुलिस आरोपी को लेकर वहां पहुंची तो आरोपी ने पुलिस से अपने हाथ छुड़ा लिए। जिसके बाद उसने आरोपी से बरामद हथियार से फायरिंग की।
गुज्जर के पैर, पेट और पीठ पर गोलियां लगी
आरोपी ने सीआईए पुलिस पार्टी पर सीधे फायरिंग की थी। गनीमत रही कि पुलिस पार्टी को कोई गोली नहीं लगी।इसके बाद सिटी पुलिस की सीआईए स्टाफ टीम ने जवाबी फायरिंग की। इसके बाद पुलिस ने उसे मौके से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के पैर, पेट और पीठ पर गोलियां लगी हैं।
सिविल अस्पताल में इलाज जारी
बता दें कि आरोपी को सीआईए स्टाफ की टीम गिरफ्तार कर सिविल अस्पताल जालंधर लेकर आई। जहां उसका इलाज शुरू किया गया। फिलहाल गुज्जर की हालत गंभीर बनी हुई है, क्योंकि उसका काफी खून बह चुका है। यह एनकाउंटर सीआईए स्टाफ के इंचार्ज सुरिंदर सिंह कंबोज की टीम ने किया है।
जग्गू भगवानपुरिया के लिए काम करता है गुज्जर
जानकारी के अनुसार, गुज्जर जग्गू भगवानपुरिया के गिरोह से जुड़े रवि बलाचौरिया के ठिकानों पर रह रहा था। भगवानपुरिया की सभी अवैध गतिविधियां गुज्जर के माध्यम से ही संचालित होती थीं। गुज्जर ने हथियार तस्करी, हत्या, फिरौती समेत कई अपराधों में भगवानपुरिया के गुर्गों का साथ दिया था। आरोपी के खिलाफ पंजाब के विभिन्न इलाकों में कई मामले दर्ज हैं।