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पंजाब के माननीय राज्यपाल का द नोबेल स्कूल में भव्य स्वागत – जालंधर पहुंचे गवर्नर गुलाब चंद कटारिया:नशा मुक्त रंगला पंजाब अभियान में हुए शामिल….

Jalandhar, (संजीव शैली): इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी, पंजाब ने 10 और 11 दिसंबर 2024 को “ड्रग्स के खिलाफ जन यात्रा” का आयोजन किया।

मार्च के लिए जालंधर पहुंचे राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया। उनके साथ उनकी सुरक्षा और सरदार फौजा सिंह।
फौजा सिंह के घर पहुंचे राज्यपाल कटारिया

इस यात्रा का नेतृत्व पंजाब के माननीय राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया जी ने किया। इस यात्रा का पहला दिन व्यास गांव से शुरू होकर द नोबेल स्कूल में खत्म हुआ।

लगभग 800 प्रतिभागियों ने माननीय राज्यपाल के साथ कदम से कदम मिलाकर नशा मुक्ति का संदेश फैलाया जिनका स्कूल के अध्यापकों और विद्यार्थियों ने हार्दिक स्वागत किया।

स्कूल परिसर को नशा मुक्ति के संदेश वाले बैनरों और नारों से सजाया गया था। राज्यपाल का स्वागत स्कूल के प्रबंधन, शिक्षकों और छात्रों ने उत्साहपूर्वक किया। इस अवसर पर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया, जिसमें देशभक्ति गीत और नृत्य प्रस्तुत किए गए।

राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया जी ने छात्रों से संवाद करते हुए उन्हें प्रेरित किया कि वे एक उद्देश्यपूर्ण और नैतिक जीवन जिएं। उन्होंने स्कूल के शिक्षा क्षेत्र में योगदान और सामाजिक मुद्दों पर सक्रिय भूमिका की सराहना की।स्कूल के चेयरमैन प्रो. सी.एल. कोछड़ और मैनेजिंग डायरेक्टर इंजीनियर कुमार शिव कोछड़ ने राज्यपाल को सम्मान स्वरूप एक उपहार भेंट किया। इस कार्यक्रम में एडीसी अमित महाजन, रेड क्रॉस पंजाब के सचिव शिव धुलर, आईएएस ललित जैन, एसडीएम जालंधर बलबीर राज, और डॉ. इंदर देव सिंह मिन्हास सहित पास के गांवों के सरपंच उपस्थित थे। दूसरे दिन यह यात्रा जंगे आजादी स्मारक में जाकर खत्म हुई।11 दिसंबर को यात्रा का दूसरा चरण द नोबेल स्कूल से शुरू हुआ। प्रतिभागी, नशा मुक्त पंजाब का संदेश फैलाते हुए, जंग-ए-आजादी स्मारक तक पहुंचे।स्मारक पर यात्रा का समापन स्वतंत्रता संग्राम से जोड़ते हुए किया गया और यह संदेश दिया गया कि नशा मुक्ति एक नई आजादी की ओर कदम है, जो समाज के स्वास्थ्य और प्रगति के लिए अनिवार्य है।इस आयोजन की मेज़बानी करना द नोबेल स्कूल के लिए गर्व का क्षण था। यह कार्यक्रम स्कूल की सामाजिक जिम्मेदारी और समुदाय के प्रति समर्पण को दर्शाता है। स्कूल के छात्रों और शिक्षकों ने सक्रिय भागीदारी से यह साबित किया कि शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का माध्यम भी है। इस आयोजन ने समुदाय को प्रेरित किया और यह साबित किया कि जागरूकता और सामूहिक प्रयास से बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान किया जा सकता है। स्कूल के विद्यार्थियों और अध्यापकों ने इसमें शामिल होकर यह साबित किया कि अध्यापक सिर्फ किताबों तक ही सीमत नहीं बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का माध्यम है । इस आयोजन ने समाज को प्रेरित किया और यह साबित किया के जागरूकता और मिलकर किया हुआ यत्न बड़ी से बड़ी समस्या को हल कर सकता है।

फौजा सिंह बोले- सरकार चाहे तो 1 दिन में नशा खत्म हो जाएगा…

 महान धावक फौजा सिंह ने कहा- नशे को जड़ से खत्म करने की जरूरत है। नशा खत्म करने को सिर्फ एक ही दिन में खत्म किया जा सकता है। नशा कहीं से उड़कर नहीं आता है।

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