
पंजाब में चोर-लुटेरों को पकड़ने का जो काम पुलिस को करना चाहिए वह काम अब लोगों को मजबूरी में खुद करना पड़ रहा है। अब लोगों ने चोरों-लुटेरों को पकड़ने के बाद उन्हें मारना-पीटना भी बंद कर दिया है।
चोरों को पकड़ कर उनके गले में हार डालकर इनका स्वागत किया जा रहा है।लोगों का इसके पीछे तर्क है कि यदि वह चोर-लुटेरों को मारते-पीटते हैं तो पुलिस कहती है कि क्यों मारा। अब उनके पास और कोई चारा नहीं है।चोर के गले में हार डालकर स्वागत करने का नया मामला अब पटियाला जिला में सामने आया है। पटियाला के गांव रवास ब्राह्मणा में दो चोरों ने एक बाइक और लोहे का सामान चोरी कर लिया। लोगों ने एक चोर को पकड़ लिया, जबकि उसका एक साथी भाग गया। इसके बाद लोगों ने चोर को न मारा न पीटा, बल्कि मौके पर हार मंगवाए और उसके गले में डालकर तालियां बजाकर स्वागत किया।
16-17 युवकों की है गैंग
ग्रामीणों ने कहा कि गांव शेर माजरा के गुरप्रीत सिंह जाहलां नामक युवक के साथ 16 से 17 लोगों की एक गैंग है। इस गैंग का काम चोरियां करना और लोगों को लूटना है। इलाके में यह लोग घरों के बाहर खड़े दोपहिया वाहनों को चोरी करके ले जाते हैं। इसी गैंग ने रवास में दरगाह के पीछे घर से इन्वर्टर, 15 हजार कैश, बाइक और लोहे का सामान चुराया है।
बाइक की नंबर प्लेट कर देते हैं गायब
लोगों ने चोरी के आरोपी से जो स्प्लेंडर बाइक पकड़ी उसकी नंबर प्लेट नहीं थी। चोर ने बताया कि बाइक चोरी करने के बाद वे सबसे पहले उसकी नंबर प्लेट उखाड़ फेंकते थे। यह काम इसलिए करते थे ताकि किसी की पकड़ में न आ सकें। चोरी के बाद वह मोटरसाइकिल को सीधा आगे बेचने की बजाय उसके स्पेयर पार्ट खोल कर कबाड़ में बेचते हैं।
जालंधर में भी किया था चोर का स्वागत
चोरों के स्वागत की शुरुआत जालंधर शहर के बस्ती क्षेत्र से हुई थी। यहां पर एक मोहल्ले के युवकों ने बाइक चोर को पकड़ा था। इसके बाद उसके गले में फूलों का हार डालकर उसका स्वागत करते हुए वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाली थी।यहां पर भी मोहल्ले के लोगों का कहना था कि पुलिस अपनी ड्यूटी करने में फेल साबित हो रही है। लोग चोरों को पकड़ते हैं और पीटते हैं तो कहते हैं हम नहीं ले जाएंगे। अब उनके पास सिर्फ एक ही रास्ता है कि वह चोरों के आने पर हाथों में हार लेकर उनका स्वागत करें