द नोबेल स्कूल में इंटर हाउस शतरंज प्रतियोगिता का आयोजित – शतरंज से बच्चों का बौद्धिक विकास होता है : चेयरमैन प्रो.सी.एल.कोछड़

जालंधर : द नोबेल स्कूल में नियमित रूप से गतिविधियां चलती रहती है, जिसके माध्यम से छात्र नित कुछ न कुछ नया सीखते हैं जिससे छात्रों का मानसिक, सामाजिक, शारीरिक विकास होता है। इसी श्रृंखला को आगे बढ़ाते हुए द नोबेल स्कूल में इंटर हाउस शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
इस प्रतियोगिता में पांचवीं से लेकर बारहवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों ने बढ़-चढकर हिस्सा लिया। यह प्रतियोगिता चारों हाउस- रमन, टैगोर, टेरेसा और सेन के विद्यार्थियों के बीच करवाई गई। इस प्रतियोगिता में रमन हाउस से तनवीर कौर, स्पर्श, टैगोर हाउस से जोबनप्रीत सिंह, मौलिक, टेरेसा हाउस से रितिका सिंह, पारसदीप सिंह, सेन हाउस से गुरसेवक सिंह, जसकीरत सिंह ने बड़े ही जोश और उत्साह से भाग लिया। यह प्रतियोगिता तीन राउंड में संपन्न हुई। फाइनल राउंड पारसदीप सिंह और गुरसेवक सिंह के मध्य हुआ जिसमें पारसदीप विजेता रहा। इस प्रतियोगिता के दौरान स्कूल के चेयरमैन प्रो.सी.एल.कोछड़ , स्कूल के मैनेजिंग डायरेक्टर इंजीनियर कुमार शिव कोछड़, स्कूल के प्रिंसिपल संगीत कुमार, शिक्षक एवं छात्रगण मौजूद रहे। प्रतियोगिता में विजेता रहे विद्यार्थियों को स्कूल प्रमाण पत्र देते हुए चेयरमैन प्रो.सी.एल.कोछड़ ने कहा कि ऐसे खेल मानसिक बुद्धि का विकास करते हैं, इससे बच्चों के सोचने-समझने की शक्ति में बढ़ोतरी होती है।