
‘द नोबेल’स्कूल में शनिवार को लोहड़ी पर्व बड़े ही धूमधाम और परंपरागत रीति-रिवाजों के साथ मनाया गया। इस उत्सव में स्कूल के अध्यक्ष प्रो.सी.एल कोछ़ड जी, स्कूल के मैनेजिंग डायरेक्टर कुमारशिव कोछड़ जी ,डायरेक्टर मैंम श्रीमती सरोज शर्मा जी, प्रिंसिपल श्रीमती रविंद्र कौर जी,सभी छात्र-छात्राएं एवं शिक्षकगण शामिल हुए। इस मौके पर मैडम मीना रानी ने बच्चों को इस पर्व की ऐतिहासिकता से परिचित करवाया। लोहड़ी का यह आयोजन न केवल छात्रों के लिए मनोरंजन का माध्यम बना, बल्कि उन्हें इस पर्व के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को समझाने का भी अवसर प्रदान किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रांगण में आग जलाकर किया गया।स्कूल के चेयरमैन प्रो.सी.एल.कोछ़ड जी ने लोहड़ी की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए छात्रों को इसके पीछे छिपी सांस्कृतिक परंपराओं और ऐतिहासिक कहानियों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि यह पर्व फसल कटाई का प्रतीक है और यह किसानों के परिश्रम और प्रकृति के प्रति धन्यवाद व्यक्त करने का दिन है।लोहड़ी जैसे पर्व हमारे जीवन में सामूहिकता और आनंद का संचार करते हैं। यह पर्व हमें हमारी जड़ों से जोड़े रखने और प्रकृति के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर देता है।”
कार्यक्रम के दौरान तिल, गुड़, मूंगफली और रेवड़ी का प्रसाद वितरित किया गया। इसके साथ ही स्कूल के अध्यापकों ने अपनी
विभिन्न प्रस्तुतियों से पूरे उत्सव को चार चांद लगा दिए।विद्यालय के छात्रों ने इस आयोजन का भरपूर आनंद लिया और इसे एक यादगार दिन बताया। इस पर्व ने छात्रों को न केवल अपनी सांस्कृतिक धरोहर के प्रति जागरूक किया, बल्कि उन्हें एकता और भाईचारे का संदेश भी दिया।
कार्यक्रम के दौरान तिल, गुड़, मूंगफली और रेवड़ी का प्रसाद वितरित किया गया। इसके साथ ही स्कूल के अध्यापकों ने अपनी
विभिन्न प्रस्तुतियों से पूरे उत्सव को चार चांद लगा दिए।विद्यालय के छात्रों ने इस आयोजन का भरपूर आनंद लिया और इसे एक यादगार दिन बताया। इस पर्व ने छात्रों को न केवल अपनी सांस्कृतिक धरोहर के प्रति जागरूक किया, बल्कि उन्हें एकता और भाईचारे का संदेश भी दिया।