
जालंधर : ट्रस्ट बगीची नाथां,श्री महालक्ष्मी मंदिर की ट्रस्ट का मंदिर भवन में सर्वसम्मति से विस्तार किया गया। वर्णनीय है कि 2008 के बाद मंदिर में कोई भी प्रबंधक प्रक्रिया नही दोहराई गई। मंदिर में 16 वर्ष बाद चेयरपर्सन व प्रधान की नियुक्ति की गई।
शनिवार सुबह मंदिर भवन में ट्रस्टी सुनीता एंग्रीश,ट्रस्टी सुरेश बोड्डा,ट्रस्टी जागृत एंग्रीश,ट्रस्टी हर्षित एंग्रीश व ट्रस्टी राजेश खन्ना ने ट्रस्ट का विस्तार करते हुए महेश मखीजा,राहुल बाहरी, देविंदर वर्मा,प्रवीन हांडा व भूपिंदर शर्मा को ट्रस्टी नियुक्त किया।सभी ट्रस्टियों ने सर्वसमिति से ट्रस्टी सुनीता एंग्रीश को चेयरपर्सन व ट्रस्टी राजेश खन्ना को प्रधान नियुक्त किया व मंदिर प्रबंधन के अधिकार दिए। नवनियुक्त प्रधान राजेश खन्ना ने सभी का आभार प्रकट करते हुए अपने अधिकारों अनुसार ट्रस्टी महेश मखीजा को महासचिव,ट्रस्टी राहुल बाहरी को कोषाध्यक्ष,ट्रस्टी देविंदर वर्मा को उप प्रधान व ट्रस्टी हर्षित एंग्रीश को सचिव नियुक्त किया गया।उन्होने बताया कि ट्रस्ट व श्री महालक्ष्मी मंदिर का सारा कार्य यह टीम देखरेख करेगी व मंदिर मे सभी धार्मिक सामजिक कार्यक्रम ट्रस्ट बगीची नाथा श्री महालक्ष्मी मंदिर के बैनर के अधीन होंगे।
ट्रस्टी सुरेश वोड्डा ने बताया कि ट्रस्ट बगीची नाथां श्री महालक्ष्मी मंदिर के कुल 13 ट्रस्टी है व ट्रस्ट बगीचीं नाथां श्री महालक्ष्मी मंदिर जालंधर की स्थापना 1935 मे मंदिर ट्रस्टी चंद्र प्रकाश एंग्रीश व उनके सहयोगियों द्वारा की गई।1995 मे श्री महालक्ष्मी मंदिर की नीव रखी गई व 1999 मे ट्रस्टी व प्रधान रहे श्री राजीव एंग्रीश व उनके सहयोगियों द्वारा श्री महालक्ष्मी जी कि स्वर्ण मंडित मूर्ति की स्थापना करवाई गई । ट्रस्ट के विस्तार के बाद सभी ने श्री महालक्ष्मी मंदिर में नतमस्तक होकर मां का आशीर्वाद प्राप्त किया।