
जालंधर से सांसद सुशील रिंकू दिल्ली में संसद भवन के बाहर धरने पर बैठे हैं। सदन में दिल्ली सेवा बिल की कापियां वेल में आकर फाड़ने के कारण उन्हें पूरे मानसून सत्र के लिए सस्पेंड किया गया है। शुक्रवार को उन्होंने केंद्र सरकार के विरोध का नया तरीका अपनाया। अपने आप को लोहे की जंजीरों में जकड़ कर आजाद करो…आजाद के नारे लगाए।
सिर पर शहीद-ए-आजम वाली बसंती रंग की पगड़ी पहन कर रिंकू ने संसद भवन के बाहर चक्कर लगाया और संविधान निर्माता बाबा साहिब डॉक्टर भीम राम अंबेडकर की मूर्ति के आगे जाकर प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वह अकेले ही अपने आप को लोहे की जंजीर में बांध कर वहां पर प्रदर्शन कर रहे थे।
राहुल गांधी भी रिंकू से मिले
रिंकू जब संसद भवन के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे तो वहां पर राहुल गांधी भी आए। उनके साथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी थे। राहुल गांधी सुशील रिकूं के पास आए और उनसे हाथ मिलाया। राहुल गांधी ने वह रिंकू ने जो हाथ में बैनर थाम रखा था उसे भी गौर से देखा और पड़ा। इसके बाद मुस्कराते हुए वहां से चले गए। दूसरे दलों के सांसद भी रिंकू के पास आकर उनके प्रदर्शन को देख रहे थे।
बोले- गुलामी की जंजीरों में जकड़ा संविधान
रिंकू ने कहा कि केंद्र सरकार ने देश के संविधान कानून को गुलामी की जंजीरों में जकड़ रखा है। देश में एक ऐसी सरकार है जो न संविधान को मानती है और न ही देश की सुप्रीम न्याय व्यवस्था में ही विश्वास रखती है। सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले को न मानकर अपनी सभी नियमों कानूनों को छींके पर टांग कर मनमर्जी से काम कर रही है।