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जालंधर मेयर वनीत धीर ने श्री सिद्ध शक्तिपीठ देवी तालाब मंदिर में मंत्री मोहिंदर भगत और टीम सहित टेका माथा, बोले-अच्छे से निभाऊंगा जिम्मेदारी…

Sanjeev.Shelly

जालंधर नगर निगम का मेयर बनने के बाद वनीत धीर अपनी टीम और मंत्री मोहिंदर भगत के साथ माता रानी का आशीर्वाद लेने के लिए श्री सिद्ध शक्ति पीठ देवी तालाब मंदिर पहुंचे। जहां उन्होंने श्री त्रिपुरमालिनी मां के दर्शन किए और मां का आशीर्वाद प्राप्त किया। मेयर वनीत धीर के साथ सीनियर डिप्टी मेयर बलबीर बिट्टू और डिप्टी मेयर मलकीत सिंह सहित पार्टी के अन्य कई पार्षद और नेता भी मौजूद थे।

नगर निगम चुनाव के नतीजों के बाद जालंधर नगर निगम का मेयर वनीत धीर को बनाया गया था। मेयर बनने के बाद ये पहली बार है कि मेयर वनीत धीर अपनी टीम के साथ माता रानी का आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचे। वनीत धीर ने कहा- आज का दिन सिर्फ मैंने मेरे गुरुओं और पीरों के दर्शन किए। सबसे पहले मॉडल टाउन श्री गुरुद्वारा साहिब गया और फिर श्री गुरु रविदास धाम मंदिर और अली मोहल्ले में स्थित भगवान वाल्मीकि मंदिर सहित अन्य जगह पर माथा टेका। मेयर धीर ने कहा- इसी क्रम में आज वह श्री देवी तालाब मंदिर में नतमस्तक होने के लिए पहुंचे। मैंने हर जगह पर अरदास की है कि जालंधर के आने वाले साल खुशहाल हों और माता रानी सभी पर अपनी कृपा बनाए रखे। माता रानी ने हमें जालंधर सेवा का लिए चुना है। जिसे हम मन लगाकर करेंगे।

46 पार्षदों का मिला समर्थन, 38 AAP की टिकट से जीते

बता दें कि शहर में कुल 85 वार्ड हैं। जिसमें से आम आदमी पार्टी अपने बलबूते पर सिर्फ 38 सीटें ही जीत पाई थी। मगर बहूमत के लिए AAP को कुल 43 पार्षदों के जरूरत थी। जिसके बाद कांग्रेस और बीजेपी छोड़कर कई पार्षदों ने आम आदमी पार्टी जॉइन कर ली। साथ ही 2 आजाद पार्षदों ने आम आदमी पार्टी को समर्थन दे दिया था। जिससे कुल 46 सीट मिलने के बाद जालंधर नगर निगम में आम आदमी पार्टी ने अपना कब्जा जमा लिया है।

जालंधर नगर निगम में पार्षदों के वोटिंग के दौरान किसी भी मीडियाकर्मी और अन्य किसी भी प्रकार के आउटसाइडर को अंदर आने की अनुमति तक नहीं थी। साथ ही पार्षदों के करीबियों तक को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई।

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