
जालंधर के दकोहा फाटक पर हूटर को लेकर हुए विवाद में नॉर्थ विधानसभा से आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता दिनेश ढल्ल की मुश्किलें बढ़ती हुई दिखाई दे रही हैं। दोपहर को पहले कांग्रेस के नेताओं ने ढल्ल के खिलाफ मोर्चा खोला फिर बहुजन समाज पार्टी और दो अलग-अलग संस्थाओं के नेताओं-कार्यकर्ताओं ने भी पुलिस चौकी दकोहा के बाहर प्रदर्शन किया।बसपा नेता बलविंदर सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि पीड़ित के साथ पहले आम आदमी पार्टी के नेता दिनेश ढल्ल, उसके गनमैनों और बेटे ने पिटाई की, बाद में थाने ले जाकर वहां पर पुलिस वालों से भी उसकी पिटाई करवाई। उन्होंने कहा कि हद तो तब हो गई जब बुरी तरह से कराह रहा आकाश अस्पताल में पहुंचा तो वहां पर डॉक्टरों ने भी इलाज करने से मना कर दिया।

उन्होंने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि एक NGO के कार्यकर्ता के साथ इतना बुरा सलूक हुआ और पुलिस ने मारपीट करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। इससे साफ़ जाहिर होता है पुलिस प्रशासन आम आदमी पार्टी की सरकार के दबाब में काम कर रहा है।
शाम को सीपी दफ्तर पहुंची रविदास टाइगर फोर्स
शाम को कांग्रेस नेताओं के साथ-साथ रविदास टाइगर फोर्स अपना विरोध जताने के लिए पुलिस कमिश्नर दफ्तर में पहुंच गए। सीपी दफ्तर के बाहर रविदास टाइगर फोर्स ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद उन्होंने जालंधर नॉर्थ से आम आदमी पार्टी के प्रभारी दिनेश ढल्ल की शिकायत सीपी से की।जिसके चलते वह आज पीड़ित युवक को इंसाफ दिलवाने के लिए इकट्ठे हुए हैं। उन्होंने पुलिस प्रशासन से आप नेताओं पर कार्रवाई की मांग की है। इसी बीच पीड़ित आकाश के पिता मीडिया से बातचीत करते हुए रो पड़े। पीड़ित के पिता ने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस की ढीली कारगुजारी से साफ़ साबित होता है कि पुलिस भी सत्ताधारी दल के इशारों पर चलती है। पुलिस नेताओं के इशारों पर नाचने की बजाय दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करे।
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जालंधर में AAP नेता दिनेश ढल्ल के बेटे का हूटर विवाद:रोकने पर किडनैप कर पीटने का आरोप, ढल्ल बोले- ये इल्जाम गलत, विरोधी कर रहे राजनीति

जालंधर शहर में देर रात पहले दकोहा फाटक और उसके बाद सिविल अस्पताल में जमकर हंगामा हुआ। हंगामा हूटर बजाने को लेकर हुआ। आम आदमी पार्टी जालंधर नॉर्थ के नेता दिनेश ढल्ल का बेटा गाड़ी में दकोहा फाटक के पास था तो वहां पर उसने गाड़ी का हूटर बजाना शुरू कर दिया।
आगे चल रहे डॉक्टर BR अंबेडकर NGO के फगवाड़ा निवासी आकाश बंगड़ ने जब हूटर बजाने का कारण पूछा तो विवाद हो गया।आकाश ने आरोप लगाया कि विवाद के बाद दिनेश ढल्ल के बेटे ने उन्हें मौके पर बुला लिया। दिनेश ढल्ल के बेटे और साथ आए लोगों ने उन्हें किडनैप कर बुरी तरह से पीटा। हालांकि दूसरी तरफ दिनेश ढल्ल ने आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उनकी गाड़ी में हूटर नहीं है। मारपीट आकाश और उसके साथियों ने पहले उनके बेटे के साथ की थी। जिसके सारे सबूत उनके पास हैं।
आरोप थाने में सुनवाई नहीं हुई, अस्पताल में इलाज नहीं मिला
आकाश और उसके साथी सुखबीर ने आरोप लगाया है कि आप नेता के दबाब में न तो थाना रामामंडी में उनकी सुनवाई हुई और न ही उन्हें सिविल अस्पताल में इलाज मिला। यहां तक कि सिविल अस्पताल वालों ने उनकी MLR (मेडिकल लीगल रिपोर्ट) तक नहीं बनाई। सिविल अस्पताल में डॉक्टर BR अंबेडकर NGO से जुड़े कुछ और कार्यकर्ता भी आ गए और सभी ने सरकार के खिलाफ वहां जमकर नारेबाजी की।सुखबीर ने आरोप लगाया कि सिविल अस्पताल में आकाश को लगी चोटों का इलाज करने की बजाय वहां रात को तैनात डॉक्टर एक थानेदार की भांति सवाल पर सवाल पूछे जा रहा था। जबकि दर्द से कराह रहा आकाश उन्हें ट्रीटमेंट देने के लिए कह रहा था। अंत में आकाश के साथी उसे सिविल अस्पताल से उठाकर एक निजी अस्पताल में ले गए।
दिनेश ढल्ल ने कहा बेटे के कपड़े तक फाड़ डाले
आम आदमी पार्टी के नेता दिनेश ढल्ल ने कहा कि उसका बेटा और बेटियां गाड़ी में कहीं जा रहे थे। दकोहा फाटक के आगे आकाश और उसके साथियों ने उनकी गाड़ी के आगे अपनी गाड़ी लगाकर रोक दिया। आकाश ने उनके बेटे से कहा कि हूटर क्यों बजा रहे हो। इस पर उनके बेटे ने कहा कि उनकी गाड़ी में हूटर नहीं है। पीछे कोई गाड़ी बजा रही है।
इस पर आकाश ने बेटे से कहा कि गाड़ी के कागज दो। बेटे ने कहा कि आप गाड़ी के कागज कैसे मांग सकते हैं। क्या आप पुलिस में हो। इस पर आकाश ने कहा कि वह CIA स्टाफ में है। जब बेटे ने कागज दिखाने से मना किया तो आकाश और उसके साथियों ने उससे मारपीट और यहां तक कि उसके कपड़े भी फाड़ दिए। उन्होंने कहा कि मारपीट करने वालों को वह सूर्या ऐनक्लेव थाने में छोड़ आए थे, लेकिन मारपीट नहीं की।
कोटली ने कहा- डॉक्टर ने मिसबिहेव किया, डॉक्टर बोले- NGO वालों ने हंगामा किया
आदमपुर से कांग्रेस विधायक सुखविंदर सिंह कोटली के बेटे लखवीर सिंह कोटली ने आरोप लगाए कि जब वह अपने दोस्त आकाश को सिविल अस्पताल लेकर आए तो वहां पर डॉक्टर ने बहुत ही ज्यादा मिसबिहेव किया। उन्होंने आरोप लगाया कि डॉक्टर इलाज की बजाय यही कहता रहा कि बाहर बैठो देखते हैं, जिसके चलते हमें प्रदर्शन करना पढ़ा।
इस बारे में सिविल अस्पताल के डॉक्टर गगनदीप सिंह ने कहा कि उन्होंने आकाश का इलाज करने से मना नहीं किया था, यह मरीज करीब रात 11:08 पर हमारे पास आया और साथ ही हमने इसको इंजेक्शन लगा दिया था। इंजेक्शन लगाने के बाद इसको कहा एग्जामिन करना है एक बार खड़ा होना होगा। इतने में मरीज के साथ आए NGO के लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया।