
पंजाब की क्षेत्रीय पार्टी शिरोमणि अकाली दल में चल रही कलह थमने का नाम नहीं ले रही है। वहीं दूसरी ओर पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल कह रहे हैं कि हमारी पार्टी एकजुट है। अब शिरोमणि अकाली दल के जिला प्रधान कुलवंत सिंह ने कहा कि वह जालंधर वेस्ट सीट से उम्मीदवार बनाई गई सुरजीत कौर का समर्थन नहीं करेंगे।
क्योंकि उन्हें बीबी जागीर कौर और पूर्व अकाली विधायक गुरप्रीत सिंह वडाला ने पार्टी से पूछे बिना उम्मीदवार बनाया है। ऐसे में हम उक्त उपचुनाव में सुरजीत कौर का समर्थन नहीं करेंगे। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बारे में जानकारी साझा की। कुलवंत सिंह ने कहा- भले ही सुरजीत कौर को अकाली दल का सिंबल मिल गया है, लेकिन हम उनका कतई समर्थन नहीं करते।
बीबी जागीर कौर गुट पर BJP के हाथों में खेलने के आरोप
अकाली दल प्रधान सुखबीर सिंह बादल पक्ष के नेताओं द्वारा जारी किए गए एक बयान में कहा गया है कि बीबी सुरजीत कौर जालंधर पश्चिम सीट से बागी गुट की उम्मीदवार हैं। शिरोमणि अकाली दल का इस उम्मीदवार से कोई संबंध नहीं है। बीबी सुरजीत कौर और उनके दो-तीन साथी लंबे समय से बागी गुट के इशारे पर चालें चल रहे हैं।
एक बहुत गहरी साजिश के तहत बागी गुट पार्टी को कमजोर करने की चालें चल रहा है। जो भाजपा के नेताओं से बातचीत करके सिख समुदाय के महान बलिदान से भरे संगठन शिरोमणि अकाली दल को कमजोर करने के लिए घातक चालें चल रहे हैं।
ऐसे में पार्टी हाईकमान ने फैसला किया है कि बीबी सुरजीत कौर के चुनाव प्रचार से हमारा कोई लेना-देना नहीं है। जालंधर शहरी अध्यक्ष कुलवंत सिंह मन्न ने कहा- बागी गुट लंबे समय से बीजेपी के हाथों में खेल रहा है और सांप्रदायिक भावनाओं के साथ सिखों की क्षेत्रीय पार्टी को कमजोर करने की साजिश रच रहा है। जिनके द्वारा 103 वर्षों के बलिदान से अस्तित्व में लाई गई पार्टी को नष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है।
सुखबीर बादल ने की थी इस्तीफे की पेशकश
पार्टी प्रमुख सुखबीर सिंह बादल द्वारा इस्तीफे की पेशकश किए जाने पर उनके साथी नेताओं ने उनसे इस्तीफा न देने को कहा है। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष की पत्नी और बठिंडा से सांसद हरसिमरत कौर बादल ने दिल्ली में बयान दिया है।
बादल ने अपने बयान में कहा है कि पूरा शिरोमणि अकाली दल एकजुट है और सुखबीर बादल के साथ खड़ा है। बठिंडा से शिरोमणि अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा- भाजपा के कुछ पिट्ठू शिरोमणि अकाली दल को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। वे वैसा ही करना चाहते हैं जैसा उन्होंने महाराष्ट्र में किया।जानकारी के अनुसार चंडीगढ़ में आज हुई एक मीटिंग में सुखबीर सिंह बादल ने प्रधान पद छोड़ने की पेशकश की थी, मगर बादल के इस फैसले को उनके साथ मौजूद नेताओं ने नकार दिया और बादल को उक्त पद पर बने रहने के लिए कहा।