
आम आदमी पार्टी को पूरे देश में पसंद किया जा रहा है, जालंधर की जीत इसका पुख्ता सबूत है। आम आदमी पार्टी के मोहिंदर भगत जैसा उम्मीदवार चुनना पार्टी का सही फैसला था। क्योंकि लोग भगत को उम्मीदवार घोषित किए जाने से खुश थे व भगत एक अच्छे परिवार से संबंध रखते हैं। साथ ही लोगों को उम्मीद जागी कि अब वह सीएम से मिलकर कोई भी काम करवा सकते हैं।
लोगों ने सीएम मान और पार्टी के काम से प्रभावित होकर हमें जिताया है।उपरोक्त विचार जालंधर सैंट्रल हलके के विधायक रमन अरोड़ा ने व्यक्त करते हुए जालंधर वासियों को उपचुनाव जीत की बधाई देते हुए व प्रत्येक उस कार्यकर्ता व सहयोगी का धन्यावाद करते हुए कहा कि विपक्ष को हमारी पार्टी से सीखना चाहिए कि एकता में कितनी ताकत होती है।जालंधर वेस्ट के नतीजों ने बता दिया है कि पंजाब में आज भी आम आदमी पार्टी के कामों पर भरोसा लोग करते हैं। हमें जालंधर में विशाल बहुमत मिला है। पावर पाने के लिए जो नेता पार्टी बदल रहे हैं, उन्हें लोगों ने नकार दिया है।लोगों ने गंदी राजनीति करने वालों को नकार दिया है। राजनीतिक परिस्थिति का फायदा उठाने वाले लोगों को जनता ने नकार दिया है।आम आदमी पार्टी छोड़ने वाले बर्बाद हो गए। इसका सटीक उदाहरण पूर्व सांसद सुशील कुमार रिंकू और पूर्व विधायक शीतल अंगुराल हैं।पंजाब की जालंधर वेस्ट विधानसभा सीट पर AAP के स्ट्रॉन्ग होने की चर्चा तो थी लेकिन इस तरह लैंडस्लाइड विक्ट्री होगी, इस बारे में खुद कभी नहीं सोचा था।
मोहिंदर भगत की चुनाव में जीत में CM भगवंत मान की एग्रेसिव कैंपेनिंग है।लोगों ने राज्य की पॉलिटिक्स में 7 लोकसभा सीटें जीतने वाली कांग्रेस और तीसरी पार्टी बनकर उभरी भाजपा को नकार दिया।सुखबीर बादल की अगुआई वाले अकाली दल को यहां लोगों ने सिरे से खारिज कर दिया।पूरे प्रचार की कमान सीएम मान ने खुद ही संभाल ली थी। अंतिम दिनों में सीएम मान ने खुद मीटिंगें करनी शुरू की।एक दिन में सीएम मान ने 4 से 5 मीटिंग्स का लक्ष्य रखा था व भीड़ के बीच आम नागरिक की तरह सीएम मान को घूमते देख वोटरों का विश्वास बढ़ा और AAP को उसका फायदा हुआ।CM मान खुद फ्रंट फुट पर खेल रहे थे, लेकिन उन्हें अपनी पत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर का साथ भी इन चुनावों में मिला। चुनाव घोषणा के बाद सीएम मान के साथ डॉ. गुरप्रीत कौर भी जालंधर में शिफ्ट हो गईं। हाथ में कुछ महीनों की बेटी को पकड़ जालंधर में खरीदे घर में प्रवेश ने लोगों के दिलों में छाप छोड़ी।सीएम मान की गैरहाजिरी में उन्होंने कैंप ऑफिस में लोगों की मुश्किलों को सुना और तत्काल उनकी समस्याओं को हल भी करवाया। इतना ही नहीं, डॉ. गुरप्रीत कौर खुद नुक्कड़ मीटिंगों में पहुंची और फीमेल वोटरों का विश्वास जीता। विधायक रमन अरोड़ा ने कहा कि सीएम मान के प्रतिनिधित्व में आम आदमी पार्टी हमेशा पंजाब का विकास प्राथमिकता के आधार पर करती रहेगी।