
पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने करतारपुर में बनाए गए जंग-ए-आजादी स्मारक के मामले में एक बार फिर से वरिष्ठ पत्रकार बरजिंदर सिंह हमदर्द को नोटिस जारी किया है। इस बार विजीलेंस ने उनके साथ तत्कालीन PWD के 6 कार्यकारी इंजीनियरों के साथ-साथ IAS अधिकारी विनय बुबलानी को भी 11 अगस्त को तलब किया है। अपने भेजे गए नोटिस में विजिलेंस ने पिछले दिनों बरजिंदर सिंह हमदर्द के भेजे जवाब पर असंतुष्टि जताई है।
विजिलेंस ने हमदर्द को भेजे नोटिस में कहा कि स्मारक में कई घोटाले हुए हैं। जिस गोदरेज कंपनी को जंग-ए-आजादी स्मारक में बुत बनाने से लेकर गैलरियां बनाने का काम दिया गया था। उसने काम पूरा नहीं किया। अब भी स्मारक में काम अधूरा है। जबकि अधूरा काम होने के बावजूद गोदरेज कंपनी को जुर्माना लगाने की बजाय उसे पूरे काम की पेमेंट कर दी गई।
10 की जगह 6 गैलरियां ही बनाई
विजिलेंस ने कहा कि गोदरेज कंपनी से जो जंग-ए-आजादी स्मारक कमेटी का करार हुआ था उसके मुताबिक कंपनी ने 10 गैलरियां बनानी थीं, लेकिन कंपनी ने सिर्फ 6 गैलरियां ही बनाई। गोदरेज कंपनी ने जहां करार के मुताबिक 4 गैलरियां नहीं बनाई, वहीं पर गैलरियों में बुत भी पूरे नहीं लगाए हैं। इसके अलावा जंग-ए-आजादी स्मारक कमेटी ने कंपनी से ऐसे भी काम करवाए हैं, जिनके टेंडर ही नहीं लगाए गए थे।
न बरजिंदर सिंह पेश होते हैं न पूरे जवाब देते हैं
विजिलेंस ने अपने भेजे गए नोटिस में बरजिंदर सिंह हमदर्द से कहा है कि वह तो समन भेजने पर विजिलेंस के दफ्तर में पेश होते हैं और न ही पूछे गए सवालों के सही से जवाब देते हैं। उन्होंने कहा कि एक बार फिर से बरजिंदर सिंह हमदर्द, IAS अधिकारी विनय बुबलानी और PWD के 6 कार्यकारी इंजीनियरों को 11 अगस्त को पेश होकर जवाब देने का मौका दिया जा रहा है।