
जालंधर :आढ़ती एवं लेबर ऐसोसिएशन द्वारा फ्रूट मंडी मकसूदां में सोमवार को सिख धर्म के 10वें गुरु, श्री गुरु गोविंद सिंह जी का प्रकाश पर्व बड़े ही श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया।आढ़ती एवं लेबर ऐसोसिएशन के चेयरमैन कंवलजीत सिंह लवली,प्रधान सुखविंदर थापर, उपप्रधान राज कुमार पंडवाल,सीनियर उप प्रधान हन्नी मट्टू,महासचिव राहुल बजाज,कोषाध्यक्ष दीपक पंडवाल,विनोद शर्मा,अमित सहगल,पवन विरमानी,विशाल गुलाटी,राजन कुमार,सागर पंडवाल,बिटटू शर्मा,रवि खुराना,ईशु(एचटीसी),जतिंदर पथीजा,मिंकू अटवाल सहित सभी कारोबारियों ने देग व फ्रूट का लंगर लगाया।


चेयरमैन कंवलजीत सिंह लवली ने गुरु गोविंद सिंह जी के जीवन और उनके महान बलिदानों पर प्रकाश डालते हुए कहा, कि गुरु गोविंद सिंह जी ने सिख धर्म को एक नई दिशा और पहचान दी। उन्होंने खालसा पंथ की स्थापना कर धार्मिक स्वतंत्रता और मानवता के लिए अपने परिवार सहित बलिदान दिया। उनकी शिक्षाएं आज भी समाज को प्रेरित करती हैं।गुरु गोबिंद सिंह जी ने ही खालसा वाणी, ‘वाहे गुरु की खालसा, वाहेगुरु की फतेह’ दिया था। खालसा पंथ की स्थापना के पीछे इनका उद्देश्य धर्म की रक्षा करना और मुगलों के अत्याचारों से मुक्ति दिलाना था।
उनका ‘चिड़िया नाल मैं बाज लड़ावां, ता गोविंग सिंह नाम कहावा’ वाक्य भी काफी चर्चित है।गुरु गोबिंद सिंह को पंजाबी, फारसी, अरबी, संस्कृत और उर्दू समेत कई भाषाओं की अच्छी जानकारी थी। वह एक महान योद्धा होने के साथ कई भाषाओं के जानकार और विद्वान महापुरुष थे। इस अवसर पर सभी ने गुरु साहिब के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।

खालसा पंथ के संस्थापक श्री गुरु गोविंद सिंह जी के प्रकाश पर्व के अवसर पर आढ़ती एवं लेबर ऐसोसिएशन के चेयरमैन कंवलजीत सिंह लवली,प्रधान सुखविंदर थापर, उपप्रधान राज कुमार पंडवाल,सीनियर उप प्रधान हन्नी मट्टू,महासचिव राहुल बजाज,कोषाध्यक्ष दीपक पंडवाल,विनोद शर्मा,अमित सहगल,पवन विरमानी,विशाल गुलाटी फ्रूट मंडी मकसूदां में देग व फ्रूट का लंगर वितरित करते हुए।
